सरकार द्वारा घोषित वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) योजना के विरोध में पूर्व सैनिकों ने बुधवार को जंतर मंतर से राष्ट्रपति भवन की ओर मार्च किया, जिसे पुलिस ने रेल भवन के पास रोक दिया।
इससे पहले जंतर मंतर पर कुछ पूर्व सैनिकों ने अपने पदक जलाने की कोशिक की जिसे उनके अन्य सहयोगियों ने रोक दिया तथा उसके बाद राष्ट्रपति भवन की ओर मार्च किया गया।
स्क्वाड्रन लीडर ओ.पी सिंह ने बताया कि कुछ पूर्व सैनिकों ने अपने मेडल्स जलाने की कोशिक की लेकिन अन्य पूर्व सैनिकों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया।
उन्होंने बताया कि मेडल्स जलाने की बजाय सैनिकों ने राष्ट्रपति भवन तक मार्च करके अपने मेडल सीधे राष्ट्रपति को सौंपने का निर्णय लिया, लेकिन पूर्व सैनिकों को पुलिस ने रेल भवन के पास रोक दिया।
इस आंदोलन के प्रमुख मेजर जनरल(रिटायर) सतबीर सिंह ने ओआरओपी के वादे को पूरा नहीं करने पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ओआरओपी मामले में हमारी मांग पूरी नहीं हुई है इसलिए हम लोग काली दिवाली मना रहे हैं।