समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी सोसायटी और वेयर हाउसों के माध्यम से की जा रही है। प्रशासन ने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी शुरु होने से पहले गेहूं परिवहन के लिए ठेकेदार नियुक्त करने टेंडर कॉल किए, लेकिन ठेकेदार नहीं मिला।
समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का कार्य 26 मार्च से किया जा रहा है, लेकिन अभी तक एक भी किसान को गेहूं का भुगतान नहीं हो सका है। समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने वाले किसानों को भुगतान नहीं मिलने को लेकर प्रशासन का तर्क है कि किसानों को भुगतान की प्रक्रिया गेहूं वेयर हाउस में शिफ्ट होने के बाद किया जाता है।
समर्थन मूल्य पर चना और मूंग की खरीदी के लिए भी प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। जिले भर की कृषि उपज मंडियों में 13 सेंटर बनाए गए हैं, जिन पर चना और मूंग की खरीदी की जाएगी।जिले में आगामी दो दिन के भीतर चना और मूंग की खरीदी प्रारंभ हो जाएगी।
सीहोर जिले में समर्थन मूल्य पर अभी तक एक लाख एक हजार 566 क्ंिवटल गेहूं की खरीदी हो चुकी है। यह गेहूं एक हजार 900 किसानों से खरीदा गया है। 26 मार्च से अभी तक एक भी किसान का भुगतान नहीं होने को लेकर किसानों का तर्क है कि प्रशासन को भुगतान की प्रक्रिया जल्दी शुरु करनी चाहिए। किसानों को बैंक, बिजली कंपनी, व्यापारियों का कर्ज चुकाना है।
समर्थन मूल्य पर पहले दिन सायलो सेंटर सीहोर पर 70 क्ंिवटल गेहूं बेचा, अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। बैंक, बिजली कंपनी का पैसा चुकाना है। भुगतान जल्दी हो जाए तो ठीक है।
समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदने के लिए 143 और चना मूंग की खरीदी के लिए 13 सेंटर बनाए गए हंै। करीब 118 सेंटर पर सॉफ्टवेयर की कमी के कारण मैसेज भेजने में दिक्कत आ रही है। यहां पर किसानों से व्यक्तिगत संपर्क कर बुलाया जा रहा है। दो-तीन दिन में यह दिक्कत खत्म हो जाएगी।