scriptगेहूं बेचने किसानों के पास नहीं पहुंच रहे मैसेज | Do not reach the farmers selling wheat | Patrika News
सीहोर

गेहूं बेचने किसानों के पास नहीं पहुंच रहे मैसेज

143 में से सिर्फ 37 सेंटर पर हो रही गेहूं खरीदी, चना, मूंग के लिए बने 13 सेंटर

सीहोरApr 02, 2019 / 08:05 am

वीरेंद्र शिल्पी

faremers

Sehore. Crowds of farmers started selling wheat on Silo.

सीहोर. समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी 26 मार्च से प्रारंभ हुई, लेकिन सॉफ्टवेयर की खामी के कारण खरीदी का काम सुचारु रूप से नहीं हो पा रहा है।

पहले चरण में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए 143 सेंटर बनाए गए हैं, जिसमें से अभी महज 37 पर गेहूं खरीदी की जा रही है। खास बात यह है कि 143 में से 118 सेंटर ऐसे हैं, जिनके मैसेज किसानों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
सॉफ्टवेयर की तकनीकी खराबी को लेकर यहां पर प्रशासन किसानों से व्यक्तिगत संपर्क कर गेहूं बेचने के लिए बुला रहा है।

सोमवार को कलेक्टर गणेश शंकर मिश्रा ने बताया कि समर्थन मूल्य पर पिछले साल जिन सोसायटियों ने गेहूं की खरीदी की थी उनमें से करीब 50 फीसदी सोसायटियों को प्रशासन द्वारा गेहूं खरीदी के काम से दूर रखा गया है।
यह सब वह सोसायटियां हैं जिनके द्वारा पिछले साल खरीदा गया गेहूं खरीदी से कम निकला है। समर्थन मूल्य पर की जा रही गेहंू खरीदी में होने वाली खामियों को रोकने के लिए सख्ती की जा रही है, जिससे किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो।
परिवहन के लिए नहीं मिल रहे ठेकेदार
समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी सोसायटी और वेयर हाउसों के माध्यम से की जा रही है। प्रशासन ने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी शुरु होने से पहले गेहूं परिवहन के लिए ठेकेदार नियुक्त करने टेंडर कॉल किए, लेकिन ठेकेदार नहीं मिला।
अब प्रशासन फिर से टेंडर कॉल कर व्यक्तिगत रूप से ट्रांसपोर्टर और पिछले समय गेहूं परिवहन करने वाले ठेकेदारों से संपर्क कर रहा है, लेकिन अभी तक ठेकेदार नियुक्त नहीं हो सका है। जिसे लेकर गेहंू परिवहन में प्रशासन को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
एक भी किसान का नहीं हुआ भुगतान
समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का कार्य 26 मार्च से किया जा रहा है, लेकिन अभी तक एक भी किसान को गेहूं का भुगतान नहीं हो सका है। समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने वाले किसानों को भुगतान नहीं मिलने को लेकर प्रशासन का तर्क है कि किसानों को भुगतान की प्रक्रिया गेहूं वेयर हाउस में शिफ्ट होने के बाद किया जाता है।
सोमवार देर शाम तक जिले में कुछ किसानों को भुगतान करने की बात कही जा रही है। प्रशासन का यह भी तर्क है कि किसान का गेहूं गोदाम में शिफ्ट होने के 24 घंटे बाद उसका भुगतान किया जा सकता है, अधिकतम इसकी समय सीमा निर्धारित नहीं है।
एक दर्जन केन्द्रों पर होगी चना-मूंग की खरीदी
समर्थन मूल्य पर चना और मूंग की खरीदी के लिए भी प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। जिले भर की कृषि उपज मंडियों में 13 सेंटर बनाए गए हैं, जिन पर चना और मूंग की खरीदी की जाएगी।जिले में आगामी दो दिन के भीतर चना और मूंग की खरीदी प्रारंभ हो जाएगी।
एक लाख क्ंिवटल से ज्यादा खरीदी
सीहोर जिले में समर्थन मूल्य पर अभी तक एक लाख एक हजार 566 क्ंिवटल गेहूं की खरीदी हो चुकी है। यह गेहूं एक हजार 900 किसानों से खरीदा गया है। 26 मार्च से अभी तक एक भी किसान का भुगतान नहीं होने को लेकर किसानों का तर्क है कि प्रशासन को भुगतान की प्रक्रिया जल्दी शुरु करनी चाहिए। किसानों को बैंक, बिजली कंपनी, व्यापारियों का कर्ज चुकाना है।

समर्थन मूल्य पर पहले दिन सायलो सेंटर सीहोर पर 70 क्ंिवटल गेहूं बेचा, अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। बैंक, बिजली कंपनी का पैसा चुकाना है। भुगतान जल्दी हो जाए तो ठीक है।
– कमल सिंह वर्मा, किसान उलझावन

26 मार्च को ढाबला केलवाड़ी समर्थन मूल्य खरीदी केन्द्र पर 70 क्ंिवटल 50 किलो गेहूं बेचा, अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। भुगतान मिल जाता तो व्यापारी का पैसा चुका देते। – गोपाल वर्मा, किसान कुलांसकलां


समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदने के लिए 143 और चना मूंग की खरीदी के लिए 13 सेंटर बनाए गए हंै। करीब 118 सेंटर पर सॉफ्टवेयर की कमी के कारण मैसेज भेजने में दिक्कत आ रही है। यहां पर किसानों से व्यक्तिगत संपर्क कर बुलाया जा रहा है। दो-तीन दिन में यह दिक्कत खत्म हो जाएगी।
– गणेश शंकर मिश्रा, कलेक्टर सीहोर

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो