बारिश के लिए मेंढक-मेंढकी की कराई शादी
सीहोर के बरखेड़ा गांव में रूठे इंद्रदेव को मनाने के लिए ग्रामीणों ने एक अनूठी शादी कराई। अब इसे टोटका कहें या परंपरा ये तो पता नहीं लेकिन इतना जरुर है कि इसके बाद ग्रामीणों को उम्मीद है कि इंद्रदेव खुश होंगे और अच्छी बारिश करेंगे। इंद्रदेव को मनाने और अच्छी बारिश की उम्मीद लिए ग्रामीणों ने मेंढक और मेंढकी की शादी कराई। मेंढक-मेंढकी को दूल्हा दुल्हन बनाकर गाजे बाजे के साथ पूरे गांव में उनकी बारात निकाली गई जिसमें ग्रामीण महिला और पुरुष जमकर नाचे। पुरानी परंपरा के अनुसार गांव की ही एक 80 साल की बुजुर्ग महिला शांताबाई माहेश्वरी को सजाकर ग्रामीणों ने बैठाया और फिर बैलगाड़ी के दोनों तरफ मूसल (धान कूटने वाला उपकरण) को बांधकर एक तरफ मेंढक और दूसरी तरफ मेंढकी को बांधा गया। मेंढक-मेंढकी की शादी कराने और गांव में बारात निकालने के बाद ग्रामीणों ने मेंढक और मेंढकी को गांव के ही तालाब में ले जाकर छोड़ दिया।
देखें वीडियो-
बता दें कि मध्यप्रदेश में बीते कई दिनों से बारिश नहीं हुई है और सोयाबीन सहित कई फसलें सूखने लगी हैं। ऐसे में बारिश के देवता इंद्र को मनाने के लिए भजन कीर्तन, पूजा पाठ, खड़ी सत्ता आदि का आयोजन गांव गांव में किया जा रहा है। कई जगहों पर टोने टोटके करके भी इंद्रदेव को मनाने की कोशिश की जा रही है। वहीं मेंढक-मेंढकी की इस शादी को लेकर ग्रामीणों को कहना है कि ये गांव की पुरानी परंपरा है और जब जब मेंढक-मेंढकी की शादी कराई गई अच्छी बारिश हुई है।