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सीहोर

आष्टा स्वास्थ्य अमला जिस युवक को कोरोना संदिग्ध मानकर सीहोर लाया, उसे टीम ने स्वस्थ बताकर भेजा घर

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने युवक को 14 दिन होम क्वारंटाइन किया

सीहोरMar 31, 2020 / 03:09 pm

Kuldeep Saraswat

आष्टा स्वास्थ्य अमला जिस युवक को कोरोना संदिग्ध मानकर सीहोर लाया, उसे टीम ने स्वस्थ बताकर भेजा घर

आष्टा स्वास्थ्य अमला जिस युवक को कोरोना संदिग्ध मानकर सीहोर लाया, उसे टीम ने स्वस्थ बताकर भेजा घर

सीहोर। मैना गांव से रविवार को आष्टा सिविल अस्पताल की टीम जिसे युवक को कोरोना संदिग्ध मानकर एम्बुलेंस से जिला अस्पताल सीहोर लेकर आई थी वह कोरोना संदिग्ध नहीं है। जिला अस्पताल से विशेषज्ञ टीम ने परीक्षण के बाद युवक को वापस कर भेज दिया है। जिला अस्पताल की विशेषज्ञ टीम के ऐसा करने से आष्टा सिविल अस्पताल की मेडिकल टीम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। ग्रामीण नाराजगी जाहिर कर रहे हैं कि आष्टा अस्पताल के डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ ने डराने के लिए गांव के युवक को कोरोना संदिग्ध बताया था।

जानकारी के अनुसार मैना निवासी रवि (30) पुत्र सौदान कोली 24 मार्च को बुरहानपुर से लौटे थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने युवक को 14 दिन होम क्वारंटाइन किया। होम क्वारंटाइन के दौरान रविवार को युवक को सर्दी, खांसी और सांस लेने में तकलीफ हुई तो परिजन ने तत्काल स्वास्थ्य विभाग की टीम को फोन किया। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मेडिकल ऑफिसर डॉ. लोकेन्द्र शर्मा, फील्ड सुपरवाइजर सजन मेवाड़ा पुलिस से चौकी प्रभारी लोकसिंह मरावी, एएसआई प्रिया परते और 108 एम्बुलेंस लेकर मैना पहुंच गए। एम्बुलेंस से युवक को आष्टा सिविल अस्पताल की बजाय सीधे सीहोर जिला अस्पताल लेकर आए। यहां युवक को परीक्षण किया गया तो कोरोना के लक्षण नहीं मिले। विशेषज्ञ डॉक्टर्स की टीम ने स्वास्थ्य परीक्षण और प्राथमिक उपचार देकर युवक को मैना वापस भेज दिया। अब युवक अपने घर पर स्वस्थ है। बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग के मैना सेक्टर के 26 गांव में 332 व्यक्तियों को 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन किया गया है, इनमें 8 व्यक्ति मैना हैं। यह सभी एसकेएस बुरहानपुर फैक्ट्री में काम करते हैं।

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