बालिका हिंसा रोकने में समाज को आगे आना होगा- गुप्ता
जनपद पंचायत में हुआ कार्यशाला का आयोजन
सीहोर।
बालिकाओं के प्रति हो रही हिंसा को रोकने में पूरे समाज तथा हर एक नागरिक को प्रयास करना होगा, तभी हम महिला एवं बालिकाओं को सुरक्षित वातावरण प्रदान कर सकेंगे। यह संभव नहीं की हर बालिका का पिता हर समय उसके साथ हो। इसलिए हम जहां भी हो एक पिता एक भाई की भूमिका निभाए, जिससे किसी की बहन बेटी की जिन्दगी बच जाए।
यह बात परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास विष्णु गुप्ता ने कहीं। भारत सरकार की बेटी बचाओ, बेटी पढाओं योजना के तहत समाज को बालिकाओं के प्रति हो रही हिंसा एवं अन्य अवसरों पर बालिकाओं को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के उद्देश्य से जनपद पंचायत आष्टा के सभाकक्ष में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें मौजूद परियोजना अधिकारी ने कहा कि माता-पिता अपने बच्चों को जागरूक करें। पिता बाहर के कार्य में व्यस्त रहता है। माताएं बेटियों को अच्छे से जानकारी बता सकती है, तभी बेटिया घर एवं बाहर दोनों जगह सुरक्षित रह सकेंगी।
गरीमामय जीवन स्तर
परामर्शदाता सुरेश पंाचाल ने बताया की बेटी बचाओ, बेटी पढाओ योजना के तहत बालिका को गर्भ में आने से लेकर उसकी आखिरी वृद्धा अवस्था तक सभी स्तरों में गरीमामय जीवन स्तर उपलब्ध कराने संबंधी अभियान से है। इसके तहत समाज के सभी वर्गो का भी सहयोग अपेक्षित है। बेटी बचाओं, बेटी पढाओ योजना क तहत बालिका एवं महिलाओं के लिए एक्ट, पाक्सो एक्ट, लाडो अभियान, टीकाकरण, लाडली लक्ष्मी योजना, सुकन्या समृद्धि योजना आदि को समावित किया गया है। कार्यशाला में उपस्थित समस्त प्रतिभागियों ने अपने विचार सांझा किए। वहीं महिला एवं बालिकाओं की सुरक्षा के लिए जनपद सीइओ ने सभी प्रतिभागियों से शपथ दिलाई। इस अवसर पर जितेन्द्र सिंह ठाकुर, समस्त पर्यवेक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, स्व सहायता समूह की महिलाएं आदि उपस्थित थी।