जिला अस्पताल को अलग-अलग सात भागों में बांटकर टीम ने सूक्ष्मता से पड़ताल किया। टीम में शामिल डॉ. विवेक मिश्रा और डॉ. संजय मिश्रा ने बॉयोमेडिकल वेस्ट कैसे हो रहा है? अस्पताल में आने वाले मरीजों से चिकित्साधिकारी कैसे पेश आ रहे और उनका उपचार कैसे कर रहे है? उनको दवाएं मिल रही है या नहीं? जिला अस्पताल को कैसे कंट्रोल किया जा रहा है? अस्पताल में इंफ्रास्टक्चर आदि की क्या व्यवस्था है? सहित दर्जनों बिंदुओं की जांच किए। इस दौरान जिला अस्पताल में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बैठक किए। उनको आवश्यक निर्देश दिए।
टीम जिला अस्पताल में हुए कायाकल्प के कार्य के प्रति आकर्षित नजर आई। उनको कायाकल्प से हुए कार्य अच्छे दिखे। शाम पांच बजे के बाद टीम जिला अस्पताल से रवाना हो गई। इसके पूर्व टीम के साथ सिविल सर्जन डॉ. विनोद नावकर मौजूद रहे। उन्होंने टीम के सवालों का जवाब दिए। टीम जिला अस्पताल में जहां जाना चाही। उनको वहां लेकर गए।
उधर टीम के आगमन की जानकारी पर जिला अस्पताल में सुबह से सबकुछ व्यवपस्थित नजर आ रहा था। अस्पताल में तैनात अधिकारी-कर्मचारी चुस्त नजर आए। वाहन स्टैण्ड व्यवस्थित दिखा। जिला अस्पताल के मुख्य गेट से प्रवेश करने के बाद वाहन को अस्पताल में प्रवेश करने वाले गेट के पास रस्सी बांधकर वाहनों का ठहराव प्रतिबंधित कर दिया गया था। अस्पताल परिसर में कहीं भी वाहन अस्त-व्यस्त नजर नहीं आए।
प्रधानमंत्री मातृत्व शिविर में गर्भवती महिलाओं ने कराई जांच
सिवनी. जिला अस्पताल में प्रत्येक माह लगाए जाने वाला प्रधानमंत्री मातृत्व शिविर का आयोजन सोमवार को हुआ। शिविर में जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवती महिलाएं पहुंची। सभी महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच की गई। मातृत्व शिविर में जांच करवाने पहुंची महिलाओं को जांच के उपरांत पोषण-आहार, स्तनपान, परिवार नियोजन आदि की जानकारी दी गई।
सिवनी. जिला अस्पताल में प्रत्येक माह लगाए जाने वाला प्रधानमंत्री मातृत्व शिविर का आयोजन सोमवार को हुआ। शिविर में जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवती महिलाएं पहुंची। सभी महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच की गई। मातृत्व शिविर में जांच करवाने पहुंची महिलाओं को जांच के उपरांत पोषण-आहार, स्तनपान, परिवार नियोजन आदि की जानकारी दी गई।
शिविर में जिला की अस्पताल की महिला चिकित्साधिकारी डॉ. ज्योति झारिया, निजी अस्पताल से डॉ. सुनन्दा चौधरी, डॉ. विद्या जठार, डॉ. सोनल त्रिवेदी के अलावा महिला ओपीडी प्रभारी इंचार्ज तुलसी, कोमलवार, प्रीति मर्सकोले, काउंसलर फौजिया अंजुम तथा जीएनएम छात्राएं व आया श्यामा बघेल ने सेवाएं दी।