घाटा दिखाकर बिजली कम्पनी निजी घरानों को सौंपने की हो रही साजिश !
कम्पनी के निजीकरण के विरोध में जुटे पांच जिलों के अधिकारी-कर्मचारी
घाटा दिखाकर बिजली कम्पनी निजी घरानों को सौंपने की हो रही साजिश !
सिवनी. विद्युत वितरण कंपनियों के निजीकरण के विरोध में मप्र यूनाइटेड फोरम फॉर पॉवर एम्पलाइज एवं इंजीनियर्स के बैनर तले जबलपुर संभाग का क्षेत्रीय सम्मेलन सिवनी में आयोजित हुआ। सम्मेलन में जबलपुर संभाग के पांच जिले छिंदवाड़ा, बालाघाट, मण्डला, सिवनी डिंडोरी के विद्युत अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने एकत्रित होकर आंदोलन की रणनीति बनाई गई। इस मौके पर पीके मिश्रा क्षेत्रीय अध्यक्ष यूनाइटेड फोरम एवं अधीक्षण अभियंता सिवनी की मौजूदगी रही।
विद्युुत वितरण कंपनियों के निजीकरण का विरोध एवं ट्रांसमिशन कंपनी के निजीकरण के लिए टीवी. को वापिस लिए जाने की मांग की गई। साथ ही संविदा अधिकारियों कर्मचारियों के निजीकरण, बाह्य स्त्रोत क्षेत्र के कर्मचारियों की सुरक्षा, पेंशन का भुगतान ट्रेजरी के माध्यम से करने, वेतन विसंगतियों को समाप्त करने एवं कंपनी के नियमित, संविदा व सेवानिवृत्त कर्मचारियों-अधिकारियों को बिजली बिल में छूट दिए जाने की मांगों के लिए विस्तृत चर्चा की गई।
प्रांतीय संयोजक वीकेएस परिहार ने कहा कि न तो विद्युत मण्डल घाटे में था ना ही कम्पनियां घाटे में है। राजनीतिक इच्छा शक्ति एवं कु-प्रबंधन के कारण घाटा दर्शाकर विद्युत कम्पनियों को निजी घरानों में सौंपने की साजिश केंद्र एवं राज्य शासन की है, जिसे हम कामयाब नहीं होने देंगे, इसके लिए हमें उत्तरप्रदेश राज्य जैसा काम बन्द आंदोलन ही क्यों ना करना पड़े।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 को संघर्ष वर्ष के रूप में निरंतर संघर्ष करते हुए अपनी मांगे पूरी कराकर रहेंगे तथा कहा कि 7 फरवरी 2021 को भोपाल में जंगी प्रदर्शन किया जाएगा। कार्यक्रम को एमए कुरैशी अधीक्षण अभियंता बालाघाट, आइडी पटले उपाध्यक्ष पूर्व क्षेत्र, प्रभुनारायण नेमा प्रांतीय सचिव, घनश्याम खंडेलवाल क्षेत्रीय उपाध्यक्ष, संतोष पटेल जिला संयोजक ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन खुशियाल शिववंशी कार्यकारी अध्यक्ष एवं कार्यपालन अभियंता, विजय कुमार इनवाती की उपस्थिति रही। यह जानकारी फोरम के मीडिया प्रभारी इरफान खान ने दी है।
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