कृष्ण-सुदामा की मित्रता वर्तमान में है दुर्लभ
पौंडी ग्राम में रोशनी देवी के हो रहे प्रवचन
कृष्ण-सुदामा की मित्रता वर्तमान में है दुर्लभ
सिवनी. विकासखंड घंसौर के अंतर्गत ग्राम पौड़ी में लक्ष्मी यज्ञ एवं संत समागम आयोजन किया जा रहा है एवं श्रीमद् भागवत पुराण कथा व रात्रि कालीन रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। कथा प्रवचन रोशनी देवी के द्वारा १9 से 27 फरवरी तक चलेगा। सोमवार को कृष्ण सुदामा की मित्रता के प्रसंग का भावपूर्ण वाचन किया गया।
कथावाचक रोशनी देवी ने सुदामा चरित्र, बृज की फूलों की होली, शुकदेव विदाई का प्रसंग सुनाया। उन्होंने कहा कि हमेशा धर्म के मार्ग पर चलें। कर्म करो लेकिन फल की इच्छा मत करो। कर्म करने वाले को उचित फल अवश्य मिलता है। उनके बताए सच्चाई के रास्ते पर चलने वाला भक्त जीवन में कभी हार का सामना नहीं करता है।
सुदामा चरित्र का बखान करते हुए कहा कि संसार में मित्रता भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की तरह होनी चाहिए। आधुनिक युग में स्वार्थ के लिए लोग एक दूसरे के साथ मित्रता करते हैं और काम निकल जाने पर वे एक दूसरे को भूल भी जाते हैं। जीवन में प्रत्येक प्राणी को परमात्मा से एक रिश्ता जरूर बनाना चाहिए। भगवान से बनाया गया वो रिश्ता जीव को मोक्ष की ओर ले जाएगा।
उन्होंने श्रीकृष्ण व सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए बताया कि स्वाभिमानी सुदामा ने विपरीत परिस्थितियों में भी अपने सखा कृष्ण का चिंतन और स्मरण नहीं छोड़ा। जिसके फलस्वरूप कृष्ण ने भी सुदामा को परम पद प्रदान किया। कथा के अंत में बृज की फूल होली खेली गई। इस दौरान सुदामा के श्रीकृष्ण के पास द्वारका नगरी पहुंचने के नाट्य मंचन ने उपस्थितजनों को भाव विभोर कर दिया।
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