सिवनी जिले के स्कूलों में पढ़ाई के हाल ठीक नहीं है। स्कूल से बच्चे शौच के लिए बाहर जाकर तालाब में डूबकर जान गंवा रहे हैं। शिक्षक बच्चों से मोटरसाइकिल धुलवा रहे हैं। छत की सफाई करवा रहे हैं। बच्चे छत से गिरकर घायल हो रहे हैं। कुछ स्कूलों में शिक्षक समय से नहीं पहुंच रहे हैं। जिला मुख्यालय की टीम के निरीक्षण में भी यह मामले सामने आ चुके हैं। इन सबके बीच एक नया मामला सामने आया है। एक शिक्षक शराब के नशे में स्कूल में बेसुध मिला है। जिला शिक्षा अधिकारी जीएस बघेल ने ग्रामीणों की शिकायत के बाद जांच कराकर संबंधित शिक्षक को निलंबित कर दिया है, लेकिन उक्त मामले जिले की शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलने के लिए काफी है।
जानकारी के अनुसार शासकीय प्राथमिक शाला देवकरनटोला में पदस्थ शिक्षक सुधाराम मर्सकोले 14 सितंबर को शराब के नशे में पहुंचा। वह शाला में बच्चों को पढ़ाने के बजाए एक कुर्सी पर बेसुध लेट गया। बच्चे स्कूल में उसका तमाशा देख रहे थे। इसबीच सूचना के बाद मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने उसकी फोटो और वीडियो बनाकर जिला शिक्षा अधिकारी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी केवलारी, बीआरसीसी केवलारी, संकुल प्राचार्य शासकीय हाइस्कूल अहरवाड़ा को शिकायत की। ग्रामीणों ने शिकायत के पंचनामा भी प्रस्तुत किया।
शराब का सेवन करके शाला में उपस्थित हुआ शिक्षक कक्ष में अशोभनीय मुद्रा में सोते हुए मिला था। टीम की जांच में यह सही पाया गया। इसकी पुष्टि बीईओ केवलारी से जिला शिक्षा अधिकारी ने कराई। इसके बाद उसे तत्काल प्रभाव से शिक्षक सुधाराम मर्सकोले को निलंबित कर दिया गया। शिकायत करने वालों में पूनाराम जंघेला, मनीष, राजन जंघेला, अभिषेक, शिवम जावरे, प्रदीप बघेल, पंकज, उत्तम, निकलेश, सुनील जंघेला, रामसिह जंघेला, गजेन्द्र, गोविन्द, तुलसी, संतोष जंघेला आदि रहे।