अनिश्चिंता के दौर में लोग वाहनों में पूंजी लगाने से डर रहे हैं। अभी लोग वाहनों की सर्विसिंग कराने आ रहे है और एक दो वाहनों की बिक्री भी हो रही है।
राजकुमार खरया, ऑटोमोबाइल व्यवसायी।
यहां किराना का कारोबार ग्रामीण इलाकों के ग्राहकोंं पर ज्यादा निर्भर है और ग्रामीण लोग अभी कम आ रहे हैं। अभी लोगों के पास पैसों की कमी भी है।
किसन सनपाल, किराना थोक व्यापारी।
जब रेत, गिट्टी व ईटों की बिक्री शुरू होगी, तब हार्डवेयर का कारोबार जोर पकड़ेगा। मेरे ख्याल से हमारा कारोबार इस दीवाली पर्व पर भी फीका ही रहेगा।
शिवेन्द्र प्रताप ङ्क्षसह, हार्डवेयर व्यवसाई।
जब शादी अवसरों पर 50 लोगों से ज्यादा लोगों के एकत्रित होने लगेंगे और आवागमन के साधन सुलभ होगे। तभी टेंट व बारात घरों का कारोबार उभरेगा।
दीपक जसवानी, टेन्ट व बारात घर संचालक।
संसाधनों की कमी से बाजार में सब्जियों की मांग काफी घट गई है और वर्तमान में सब्जियों के दाम भी कम हो गए है। प्याज तो 6-7 रुपए प्रतिकिलो हो गई है।
मनोज कुमार राचवानी, थोक सब्जी व्यापारी।
आगामी दिनों में मंदिरों में पूजा-अर्चना और शादी अवसर शुरू होने से ही डेयरी का कारोबार गति पकड़ेगा। यह तभी संभव है जब शहडोल ग्रीन जोन मेें बना रहे।
बालकृष्ण गुप्ता, डेयरी संचालक, शहडोल।