गोहपारू वन विभाग द्वारा बुढ़ार पुलिस को पत्र भी लिखा है। जिसमें बताया है कि वाहन लाते वक्त रास्ते में वाहन मालिक और कुछ माफियाओं ने 40 मिनट तक घेर लिया था। जब्त वाहन में मौजूद वनकर्मी अश्विनी द्विवेदी को पकड़कर नीचे उतार दिया था। इसके बाद रेंजर खुद वाहन में बैठ गई। वन विभाग ने पत्र भेजकर शासकीय कार्य में बाधा डालने पर नत्थूलाल, कृष्णा, भूरा यादव, कद्दू साहू, प्रताप सिंह गोड़, खिलाड़ी यादव, आनंदिका यादव और आरजू खान निवासी शहडोल सहित अन्य 6 व्यक्तियों पर कार्रवाई की बात कही है। अधिकारियोंं के अनुसार, आरजू खान द्वारा लंबे समय से यहां पर खनन कराया जा रहा था।
बताया गया कि लगातार इस क्षेत्र में खनन की सूचना मिल रही थी। कार्रवाई से पहले ही भनक लग जाती थी। इसके चलते गोहपारू वन विभाग की टीम निजी वाहन से कार्रवाई के लिए रूट बदलकर गई। इसके बाद भी माफियाओं को भनक लग गई। बाद में कुछ दूरी के बाद दोबारा वाहन को बदला और कार्रवाई की।
बड़े अधिकारियों की भूमिका, माफियाओं को अभयदान
संभाग के तीनों जिलों में बड़े स्तर पर अवैध खनन हो रहा है। शहडोल, उमरिया और अनूपपुर में सोन के अलावा अन्य नदियों में खनन में बड़े अधिकारियों की भी भूमिका है। रात होते ही बड़ी मशीनों से खनन कराया जाता है। जयसिंहनगर से सटे मसीरा में तो खनन कंपनी ने नदी के भीतर से खनन करते हुए धार ही बदल दी है। इसी तरह बुड़वा, सुखाड़, धनगवां, बटली, नरवार, कुअरसेजा, नवलपुर, श्यामडीह में बड़े स्तर पर खनन हो रहा है।
संभाग के तीनों जिलों में बड़े स्तर पर अवैध खनन हो रहा है। शहडोल, उमरिया और अनूपपुर में सोन के अलावा अन्य नदियों में खनन में बड़े अधिकारियों की भी भूमिका है। रात होते ही बड़ी मशीनों से खनन कराया जाता है। जयसिंहनगर से सटे मसीरा में तो खनन कंपनी ने नदी के भीतर से खनन करते हुए धार ही बदल दी है। इसी तरह बुड़वा, सुखाड़, धनगवां, बटली, नरवार, कुअरसेजा, नवलपुर, श्यामडीह में बड़े स्तर पर खनन हो रहा है।
पुष्पा सिंह, रेंजर गोहपारू