ये है पूरा मामला
राजेश्वरी नाम की महिला को प्रसव पीड़ा होने पर सोमवार की शाम करीब सात बजे शाश्वत पाठक अस्पताल में भर्ती कराया गया। राजेश्वरी सात माह से गर्भवती थी। ये उसका पहला बच्चा है। उसकी स्थिति देख डॉ. विजय पाठक ने ऑपरेशन का फैसला लिया। डॉक्टर को रक्त की कमी न हो जाए, इसके लिए उन्होंने खून की व्यवस्था करवा ली, साथ ही प्रीमेच्योर डिलीवरी के लिए विशेषज्ञ की टीम भी बुला ली। लेकिन ऑपरेशन थियेटर में तैयारी के बीच ही राजेश्वरी ने बच्चे को जन्म दे दिया। जैसे ही नर्स ने बच्चे के दो सिर देखे तो उसने फौरन डॉक्टर को बुलाया। सामान्य प्रसव से दो सिर वाले बच्चे को जन्म के बाद जीवित देखकर विशेषज्ञ की टीम भी हैरान रह गई। इस मामले में सर्जन डॉ. विजय पाठक का कहना है कि उनके चिकित्सीय जीवन का ये पहला मामला है। बच्चे की बनावट में खराबी से बच्चे के दो सिर बन गए। हैरत की बात तो यह है सामान्य प्रसव में बच्चे का जन्म हुआ और वो जीवित है। महिला भी स्वस्थ है।
राजेश्वरी नाम की महिला को प्रसव पीड़ा होने पर सोमवार की शाम करीब सात बजे शाश्वत पाठक अस्पताल में भर्ती कराया गया। राजेश्वरी सात माह से गर्भवती थी। ये उसका पहला बच्चा है। उसकी स्थिति देख डॉ. विजय पाठक ने ऑपरेशन का फैसला लिया। डॉक्टर को रक्त की कमी न हो जाए, इसके लिए उन्होंने खून की व्यवस्था करवा ली, साथ ही प्रीमेच्योर डिलीवरी के लिए विशेषज्ञ की टीम भी बुला ली। लेकिन ऑपरेशन थियेटर में तैयारी के बीच ही राजेश्वरी ने बच्चे को जन्म दे दिया। जैसे ही नर्स ने बच्चे के दो सिर देखे तो उसने फौरन डॉक्टर को बुलाया। सामान्य प्रसव से दो सिर वाले बच्चे को जन्म के बाद जीवित देखकर विशेषज्ञ की टीम भी हैरान रह गई। इस मामले में सर्जन डॉ. विजय पाठक का कहना है कि उनके चिकित्सीय जीवन का ये पहला मामला है। बच्चे की बनावट में खराबी से बच्चे के दो सिर बन गए। हैरत की बात तो यह है सामान्य प्रसव में बच्चे का जन्म हुआ और वो जीवित है। महिला भी स्वस्थ है।