दरअसल जनपद को ओडीएफ बनाने के लिए के लिए इन दिनों भरपूर कोशिश की जा रही है। स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए डीएम अमृत त्रिपाठी ने नया तरीका आजमाया है। डीएम अमृत त्रिपाठी वैसे भी अपने बेहतरीन कामों के लिए पहचाने जाते हैं। स्वच्छता को लेकर उन्होंने इस बार कुछ अलग करने का फैसला किया है। उन्होंने स्वच्छता के लिए बेहतर काम करने वाले कॉलेज के छात्र छात्राओं के विजेता ग्रुप लीडर को एक दिन का डीएम बनाने का ऐलान किया है। उन्होंने डिग्री कॉलेज के छात्र छात्राओं के ग्रुप बनाकर 10-10 गांव दिये हैं, इन ग्रुप को गांवों में शौचालय बनवाने के साथ साथ साफ सफाई के लिए लोगों को जागरूक करना है। इसके अलावा स्कूलों में रंगाई भी करवानी है। सफाई के लिए जो भी मानक तय हैं, उनको पूरा करना है। जिलाधिकारी का कहना है कि गांवों में स्वच्छता को लेकर 10 बिन्दु दिये गये हैं। जिस कॉलेज का ग्रुप इन बिन्दुओं को पूरा करेगा। उस ग्रुप लीडर को एक दिन का डीएम बनाया जायेगा, जो एक दिन जिलाधिकारी के सारे काम करेगा।
जिलाधिकारी द्वारा एक दिन के डीएम बनाये जाने के ऐलान के बाद कॉलेज के छात्र छात्राओं में डीएम बनने की उत्सुकता पैदा हो गयी है। जिले भर के डिग्री कॉलेजों छात्रों के सभी ग्रुप जिलाधिकारी के दिये गये बिन्दुओं पर काम करने की तैयारियों में जुट गये हैं। यहां हर छात्र छात्रा एक दिन का डीएम बनने का सपना देखने लगा है।जिलाधिकारी की इस पहल की हर तरफ सराहना हो रही है।