50 हजार के इनामी बदमाश के साथ कोतवाल ने खाया खाना!
एक फोन कॉल आते ही पुलिस का रवैया बदला ।
शाहजहांपुर. नाम प्रदीप यादव। दिन 21 फरवरी 2016 । आरोप ब्लाक प्रमुख प्रत्याशी की सरेआम हत्या। हुसैनपुर थाना खैरगढ़ जिला फीरोजाबाद यूपी। पिछले 7 महीनों से जिस हत्यारे को पकड़ने में फिरोजाबाद की पुलिस के पसीने छूट गए।
50 हजार का इनामी था
इतना ही नहीं आस पड़ोस के कई जिलों की पुलिस ने हत्यारे को किसी भी कीमत पर गिरफ्तार करने के लिए रात दिन एक कर दिया लेकिन हत्यारा हाथ नहीं आया तो सरकार ने इस हत्यारे पर 50 हजार का इनाम घोषित कर प्रदीप यादव की गिरफ्तारी का जिम्मा उत्तर प्रदेश की एसटीएफ को दे दिया।
खुले में घूमता रहा प्रदीप यादव
एसटीएफ आगरा और एसटीएफ बरेली ने रात-दिन कड़ी मेहनत कर दो दिन पहले ब्लाॅक प्रमुख प्रत्याशी आलोक यादव के हत्यारोपी प्रदीप यादव को गिरफ्तार कर शाहजहांपुर पुलिस के हवाले कर दिया। लेकिन हैरानी की बात है कि शाहजहांपुर पुलिस ने इतने बड़े हत्यारोपी को हवालात में रखने की बजाय खुले में घूमने को छोड़ दिया। शाहजहांपुर की कोतवाली थाने की पुलिस ने जमकर उसकी खातिरदारी की। प्रदीप यादव की इच्छा के मुताबिक़ उसकी पसंद का नाश्ता और खाना के साथ ही थाने के भीतर मनचाही जगह पर खुला घूमता देखा गया।
एक फोन कॉल से बदला पुलिस का रवैया
सूत्रों की मानें तो शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक को इटावा के घराने से आयी काॅल ने पसीने छुड़ा दिए। जिस पर शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. मनोज कुमार ने कोतवाली के प्रभारी कोतवाल को ये सख्त निर्देश दिए कि प्रदीप यादव शाहजहांपुर पुलिस की कोई बुराई न करे और प्रदीप को उनकी इच्छा के मुताबिक़ घूमने फिरने के साथ ही खाने पीने की खुली छूट दी गयी।
प्रदीप यादव और कोतवाल साथ-साथ खाना खाए
हालांकि पुलिस ने कल तमंचे के आरोप में देर शाम को लिखा पढी कर प्रदीप यादव को जेल भेज दिया था। लेकिन जेल भेजने से पहले भी प्रभारी कोतवाल ने प्रदीप यादव के साथ बैठकर खुद खाना खाने के बाद ही उसे जेल भेजा। आपको बता दें कि प्रदीप यादव का ये कोई पहला मामला नहीं है। शाहजहांपुर में तमाम सत्ताधारी नेता जिले के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को अपने इशारों पर चलाते हैं।