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उल्लेखनीय है कि 17 जून को बिहार (Bihar) के दरभंगा रेलवे स्टेशन पर सिकंदराबाद से आए कपड़े के बंडल वाले पार्सल में धमाका हुआ था। तभी से यूपी बिहार व तेलंगाना की एटीएस मामले की जांच कर रही थी। बाद में मामले को एनआईए को सौंप दिया गया था। एनआईए ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए दरभंगा रेलवे स्टेशन विस्फोट मामले में दो आतंकियों को गिरफ्तार करने की जानकारी दी है। हैदराबाद में गिरफ्तार इमरान मलिक और नासिर खान मूलरूप से कैराना नगर के मोहल्ला कायस्थवाड़ा के रहने वाले हैं। मोहल्ले वालों ने बताया कि दोनों भाई पिछले कई सालों से हैदराबाद में रहकर कपड़े का कारोबार कर रहे थे। बताया गया कि दोनों आरोपियों का पिता मूसा खान एक रिटायर फौजी है, जो 1962 में भारत-चीन के बीच हुए युद्ध में लड़ चुका है। गुरुवार को जब मोहल्ला कायस्थवाड़ा में पहुंचकर दोनों आरोपियों के मकान पर जानकारी लेनी चाहिए तो आरोपियों के मकान का गेट बंद मिला। मकान के अंदर कोई मौजूद नहीं था। पड़ोसी तौफीक मलिक ने बताया कि उनको मीडिया के माध्यम से इमरान व नासिर के हैदराबाद में पकड़े जाने की जानकारी मिली हैं। उन्होंने बताया कि दोनों भाई हैदराबाद में रहकर कपड़े बेचने का कार्य करते थे।
वहीं कैराना कस्बे के मोहल्ला खेलकला में उनके पिता मूसा खान की सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान है। 6 माह पहले इमरान कैराना से हैदराबाद अपने भाई नासिर के पास चला गया था। बता दें कि इससे पहले भी गत 23 जून को कैराना नगर के मोहल्ला बिसातियान व आलखुर्द निवासी सलीम टुइयां व कफील को एटीएस ने उठाया था। बाद में इन्हें एनआईए को सौंप दिया था। वहीं जिस तरह लगातार दरभंगा ब्लास्ट मामले में कैराना से एक के बाद एक आरोपियों को पकड़ा जा रहा है। उससे कैराना एक बार फिर देश भर में बदनाम हो रहा है। सूत्रों के अनुसार, कैराना नगर के अलग-अलग मोहल्लों से गिरफ्तार आरोपियों के बाद आने वाले समय में अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है।