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दरअसल, हरियाणा के सोनीपत जिले के सरकारी अस्पताल के डाॅ. आदर्श शर्मा को सूचना मिली थी कि कुछ लोग कैराना कस्बे में भ्रूण की जांच कर रहे हैं। इसके बाद सोनीपत के स्वास्थ्य अधिकारियों ने टीम गठित की। टीम ने कार्रवाई के लिए जिले के सीएमओ डाॅ. संजय भटनागर को अवगत कराया। इसके बाद योजना के तहत कार्रवाई की गई। इस मामले में एक आरोपी पानीपत निवासी अनिल को मौके से पकड़ लिया गया। जबकि दो महिला समेत चार आरोपी मौके से फरार हो गए। योजना के तहत सोनीपत की टीम के सदस्य विकेश मेहरा के साथ महिला कांस्टेबल को आरोपी अनिल से मिलने के लिए पानीपत भेजा गया। विकेश मेहरा ने महिला कांस्टेबल को अपनी भाभी बताते हुए कहा कि उन्हें भ्रूण परीक्षण कराना है। इसके लिए अनिल ने उनसे 25 हजार रुपये तय किए। टीम के मुताबिक आरोपी अनिल ने बताया कि ये काम कैराना कस्बे में होगा। इसके बाद वह उन दोनों को अपने साथ कैराना के एक मोहल्ले में एक मकान में ले गया। मकान में पहले से ही एक महिला और तीन अन्य लोग मौजूद थे।
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने नकली ग्राहक बनी महिला के पेट पर लाल तेल लगाया और दूसरे युवक ने मोबाइल से यू-ट्यूब पर भ्रूण की वीडियो दिखाते बताया कि गर्भ में पल रहा बच्चा लड़का है। इसी दौरान महिला कांस्टेबल के मोबाइल पर खुले जीपीएस के सहारे डाक्टरों की टीम भी मौके पर पहुंच गई। टीम ने कार्रवाई करते हुए एक आरोपी अनिल को मौके से दबोच लिया। जबकि महिला सहित चार आरोपी मौके से फरार हो गए।
एसीएमओ डाॅ. अशोक हांडा की तरफ से कोतवाली में सभी के विरुद्ध तहरीर दी है। कोतवाल यशपाल धामा ने बताया कि तहरीर के आधार पर पांचों आरोपियों के खिलाफ गर्भधारण की जांच करने, धोखाधड़ी और साजिश रचने की गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। एक आरोपी अनिल को हिरासत में लिया गया है, जिससे पूछताछ की जा रही है।