पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में कलीम ने बताया कि 27-28 फरवरी की रात शाहरुख उसके पास मदद के लिए पहुंचा था। कलीम ने बताया कि शाहरुख की कार खराब हो गई और उसका मोबाइल भी काम नहीं कर रहा है। कलीम ने पुलिस को बताया कि शाहरुख ने कहा था कि दिल्ली में हुए दंगों में शामिल है। उसने पुलिस से बचने के लिए मदद की गुहार लगाई थी। उस दिन शाहरुख उसी के पास रुका । उसके बाद शाहरुख को कलीम ने हरियाणा के पानीपत भेज दिया।
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रामपुर के नवाब का स्ट्रांग रूम खुला, अंदर का नजारा देख हैरान हुए नवाब खानदान के वारिस और अधिकारी पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शाहरुख और कलीम पिछले दो साल से एक दूसरे से संपर्क में है और एक दूसरे को अच्छे से जानते हैं। दोनों के पिता दिल्ली की तिहाड़ जेल में साथ में बंद थे। उसी दौरान दोनों की मुलाकात हुई थी। शाहरुख के पिता नशा तस्करी और कलीम के पिता को नकली नोट के मामले में सजा हुई थी। तिहाड़ में ही पिता से मिलने जाते वक्त शाहरुख और कलीम की दोस्ती हुई। पुलिस कैराना के बिसातयान मोहल्ले में शाहरुख के मित्र अंतरराष्ट्रीय गांजा तस्कर कलीम के घर पर दबिश दे चुकी थी, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया था। शनिवार देर रात उसे पुलिस ने घर से दबोचा है। दिल्ली पुलिस पूछताछ के लिए उसे साथ ले गई है।
दिल्ली पुलिस के सिपाही पर तानी थी शाहरूख ने पिस्टल बता दें कि 24 और 25 फरवरी को दिल्ली में हिंसा हुई थी। हिंसा में अभी तक दिल्ली पुलिस के कांस्टेलब रतनलाल, आईबी अफसर अंकित शर्मा समेत 50 से ज्यादा लोगों लोगों की मौत हो चुकी है। 80 से ज्यादा लोग गोली लगने से घायल हुए हैं। उसी दिन हिंसा के आरोपी शाहरूख ने कांस्टेबल दीपक दहिया पर पिस्टल तान दी थी। कांस्टेबल ने डंडा दिखाकर उसे रोका था। मूलरूप से पंजाब के रहने वाला शाहरुख का पिता साबिर राणा ड्रग्स तस्क रहा है। साबिर पंजाब, दिल्ली और यूपी में नशीले पदार्थों की तस्करी करता था। साथ ही शाहरुख की मां भी उसकी मदद करती थी।