कैराना में हुई किसान महापंचायत में पहुंचे राकेश टिकैत भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान राकेश टिकैत ने मंच से कहा कि ना सरकार हारी है और ना हम जीते हैं। केवल समझौते के आधार पर आंदोलन स्थगित हुआ है। राकेश टिकैत ने कहा कि अब चुनावी समर है। लोगों को बांटने का काम किया जाएगा, लेकिन लोग इन चुनावी वादों के बहकावे में ना आ करके अपनी खेती किसानी और रोजगार और पढ़ाई की ओर ध्यान दें।
शामली. किसान आंदोलन की समाप्ति के बाद रविवार को कैराना में हुई किसान महापंचायत में पहुंचे राकेश टिकैत भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान राकेश टिकैत ने मंच से कहा कि ना सरकार हारी है और ना हम जीते हैं। केवल समझौते के आधार पर आंदोलन स्थगित हुआ है। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में बिजली महंगी है और हरियाणा में सस्ती है। उन्होंने उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि यूपी में 4000 करोड़ से ज्यादा किसानों का गन्ना भुगतान बकाया है, लेकिन सरकार गन्ना भुगतान को लेकर उदासीन रवैया अपना रही है। इसके साथ ही राकेश टिकैत ने कहा कि अब चुनावी समर है। लोगों को बांटने का काम किया जाएगा, लेकिन लोग इन चुनावी वादों के बहकावे में ना आ करके अपनी खेती किसानी और रोजगार और पढ़ाई की ओर ध्यान दें।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में एक साल से ज्यादा समय तक चला किसान आंदोलन खत्म हो गया है। किसान अपने-अपने घरों को लौट गए हैं। किसान आंदोलन खत्म होने के बाद पहली बार किसान नेता राकेश टिकैत कैराना की सर जमीं पर पहुंचे। जहां उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश में बिजली ₹175 हॉर्स पावर है, जबकि पड़ोसी राज्य हरियाणा में मात्र ₹35 हॉर्स पावर बिजली है। जबकि हरियाणा और उत्तर प्रदेश दोनों ही राज्य में बीजेपी की सरकार है। ऐसा भेदभाव उत्तर प्रदेश में सरकार क्यों कर रही है? इन सवालों को लेकर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीएम योगी से मुलाकात करेंगे और अपनी मांगों को रखेंगे।
यह भी पढ़ें- Kisan Andolan : यूपी गेट से तराई क्षेत्र के किसानों का जत्था भी हुआ रवाना, जानें कब खुलेगा गाजीपुर बॉर्डरसरकार से जारी रहेंगे वैचारिक मतभेद उन्होंने कहा कि कैराना में पंचायत करने का मेन उद्देश्य यह है कि यहां के किसानों की हजारों क्विंटल फसलें सस्ते दामों में व्यापारी खरीद कर चोरी से कैराना के रास्ते पड़ोसी हरियाणा में बेचते हैं। किसानों की फसलें यहां उचित दामों पर नहीं खरीदी जा रही हैं। इन सब मुद्दों को वह जल्द ही उठाएंगे। वहीं किसान आंदोलन की समाप्ति पर उन्होंने कहा कि आंदोलन जरूर समझौते के साथ स्थगित हुआ है, लेकिन वैचारिक मतभेद जारी रहेंगे।
महापंचायत के मंच से की सीएम योगी की तारीफ इस दौरान राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत के मंच से योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि हमारे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हरियाणा के मुख्यमंत्री से बेहद मजबूत हैं। वहीं, उन्होंने एमएसपी कानून को लेकर कहा कि आज देश का किसान खेत और खलिहान में काम करने वाला मजदूर भी एमएससी को जान गया है। एमएससी की आग दिल्ली और देश की राजधानी सहित वोटरों से चलकर के गांव के किसान तक पहुंच चुकी है। एमएसपी कानून को लेकर सरकार जो कमेटी बनाएगी, उसमें उन लोगों को लिया जाएगा, जो किसानों की समस्या को जानते हैं, जो लोग खेतों में हल चलाकर वहां पहुंचे हैं।