कैराना लोकसभा सीट पर रहा है हसन परिवार का दबदबा कैराना लोकसभा सीट पर हसन परिवार का काफी दबदबा रहा है। तबस्सुम हसन उसी परिवार से ताल्लुक रखती हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में कैराना से भाजपा ने बाबू हुकुम सिंह को टिकट दिया था जबकि नाहिद हसन सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे। हसन परिवार में फूट पड़ने के कारण नाहिद के चाचा कंवर हसन बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे। उस चुनाव में बाबू हुकुम सिंह ने जीत दर्ज की थी जबकि नाहिद दूसरे और कंवर तीसरे नंबर पर रहे थे। बाद में 2017 के विधानसभा चुनाव में नाहिद हसन सपा के टिकट पर कैराना से विधायक बन गए।
कैराना में कराया गया था उपचुनाव पिछले साल फरवरी में भाजपा सांसद बाबू हुकुम सिंह के निधन के बाद कैराना में उपचुनाव कराया गया। इसमें भाजपा ने हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को टिकट दिया। जबकि तबस्सुम हसन सपा से टिकट के लिए जुगाड़ लगा रही थी। इस बीच उपचुनाव के लिए राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) और सपा में गठबंधन हो गया। इसके तहत तय किया गया कि तबस्सुम हसन रालोद के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी। उपचुनाव में हसन परिवार में पड़ी फूट भी दूर हो गई और कंवर हसन ने भाभी तबस्सुम का साथ देने का ऐलान कर दिया था। इसके फलस्वरूप मई में हुए मतदान में तबस्सुम हसन ने मृगांका सिंह को शिकस्त दे दी थी। अब तबस्सुम रालोद के टिकट पर उत्तर प्रदेश की एकमात्र मुस्लिम सांसद हैं। उनके लिए सपा विधायक नाहिद हसन ने भी काफी पैरवी की थी। उन्हें सपा ने टिकट दिया है। सांसद प्रतिनिधि का कहना है कि तबस्सुम हसन ने एक हफ्ते पहले लखनऊ में सपा कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ले ली थी।
कौन हैं तबस्सुम हसन तबस्सुम हसन इस समय उत्तर प्रदेश से एकमात्र मुस्लिम सांसद हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से कोई भी मुस्लिम सांसद संसद नहीं पहुंचा था। 2018 के उपचुनाव में जीतकर तबस्सुम ने यह उपलब्धि अपने नाम कर ली। इससे पहले वह 2009 लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर जीत दर्ज कर चुकी हैं। कैराना से ही तबस्सुम के ससुर चौधरी अख्तर हसन भी सांसद रह चुके हैं। जबकि तबस्सुम के पति मुनव्वर हसन कैराना से दो बार विधायक और दो बार सांसद रह चुके हैं।
2018 उपचुनाव में किसको कितने वोट मिले – तबस्सुम हसन (रालोद)- 481182 – मृगांका सिंह (भाजपा); 436564