गत 26 जून को प्रशासन की टीम ने शहर के दोनों पंपों पर निरीक्षण किया था, जिसमें शंकरदास-राजबहादुर के पेट्रोल पंप पर मापतौल में चोरी पकड़ी गई। हालांकि तत्समय से तो प्रशासन की टीम अपना पंचनामा बनाकर लौट आई थी, लेकिन मापतौल की चोरी मिलने के बाद भी कार्यवाही नहीं उठने से प्रशासन पर सवाल उठ रहे थे। साथ ही मामले की शिकायत की सीएम तक भी पहुंच गई थी। यही वजह है कि दबाव बना तो सोमवार को कलेक्टर कुर्रे ने पहले तो पेट्रोल पंप का लाइसेंस निलंबित किया, वहीं अमले को पंप सील्ड करने के निर्देश दिए। यही वजह है कि सोमवार की शाम को कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी बृजपाल सिंह गुर्जर और लवली गोयल के साथ नापतौल निरीक्षक सतीश शर्मा की टीम ने मौके पर पहुंचकर सील्ड कर दिया। इस दौरान कार्यवाही करने वाली टीम ने डीजल-पेट्रोल का स्टॉक भी सील्ड करते हुए पंचनामा बनाया। कार्यवाही के दौरान पाली रोड पर पंप के सामने भारी भीड़ भी जुट गई।
100 रुपए के पेट्रोल में मिला था 100 एमएल कम
गत 26 जून को तत्कालीन एसडीएम डीपी सिंह के नेतृत्व में प्रशासन की टीम ने शहर के दोनों पंपों पर कार्यवाही की। जिसमें शंकरदास-राजबहादुर पंप पर जब पेट्रोल-डीजल की मशीनों में नापतौल किया गया तो पाया कि यदि कोई 100 रुपए का पेट्रोल भरवाता है तो 100 एमएल कम मिलता है, जबकि डीजल में भी 500 रुपए का डीजल भरवाने पर 100 एमएल कम निकलता है। इसके साथ ही पेट्रोल-डीजल अंडर स्टॉक मिला तो अन्य अनियमितताएं भी मिली। जिसका निरीक्षण प्रतिवेदन टीम ने कलेक्टर को दिया और अब ये सील्ड करने की कार्यवाही हुई।
लाइसेंस निलंबित
पेट्रोल पंप का लाइसेंस निलंबित कर दिया है और प्रतिभूति राशि भी राजसात की जाएगी। इसके साथ ही पंप को सील्ड करने की कार्यवाही की गई है।
बसंत कुर्रे
कलेक्टर, श्योपुर