जिसमें पूछा गया था कि विस्तार होने के बाद शामिल होने वाले गांवों से नपा को कितनी आय होगी। जिसके बाद नपा ने विस्तारित सीमा में आने वाले क्षेत्रों से संपत्तिकर और जलकर से लगभग पांच लाख रुपए की आय का अनुमान लगाया है। इसके साथ ही रजिस्ट्रेशन शुल्क से नपा को मिलने वाली अलग आय होगी और इसी मद से मिलने वाला रजिस्ट्रेशन शुल्क नपा को अच्छा खास लाभ दे सकेगा, क्योंकि विस्तार सीमा मेंं आने वाले क्षेत्रों में नवीन भूखंड, आवास, कॉलोनियों आदि के विकास की संभावनाएं ज्यादा है। दो दिन पूर्व ही नपा ने इन तमाम क्वेरीज को पूरा किया है, ऐसे में अब केवल सीमा वृद्धि के नोटिफिकेशन का ही इंतजार है। चूंकि शासनस्तर से इस बार प्रदेश में अन्य कुछ नगरीय क्षेत्रों का भी विस्तार होना है, लिहाजा श्योपुर के प्रस्ताव को मंजूरी की ज्यादा संभावना है।
शहर के नजदीक बसे जिन गांवों को नगरीय सीमा में शामिल होने का इंतजार है,उनमें सलापुरा, बगवाज, इच्छापुरा, हसनपुर हवेली, जैदा, गुवाड़ी और मठेपुरा शामिल हैं। यहां बता दें कि इन गांवों को शहर सीमा में शामिल करने के लिए जो सीमाएं प्रस्तावित की गई थी, उनमें पूर्व में ईको सेंटर, पश्चिम में कुहांजापुर रोड पुलिया, उत्तर में जाटखेड़ा हनुमान मंदिर के आगे 14 एल डिस्ट्रीब्यूटरी नहर और दक्षिण में किला सीप नदी की सीमा शामिल हैं। इन गांवों मेंं विकास और व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी अभी ग्राम पंचायतों के पास है। यही वजह है कि शहर से सटे हेाने के बाद भी नगरीय सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।
ताराचंद धूलिया, सीएमओ,नगर पालिका,श्योपुर