जिला अस्पताल में अभी तक मरीजों के मोबाइल व जेवर आदि चोरी होने की घटनाएं होती थीं, लेकिन मंगलवार की दोपहर मेडिकल वार्ड में भर्ती मरीज की गला रेतकर हत्या कर दी गई। शहर के वार्ड 16 गौशाला मगरोरा में रहने वाला सुरेश (65) पुत्र मनीराम शाक्य सोमवार की सुबह अस्पताल के मेडिकल वार्ड में भर्ती हुआ था और उसे श्वांस लेने में परेशानी हो रही थी। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि सुबह जब डॉक्टर ने राउंड लिया तो सुरेश अपने पलंग पर नहीं मिला था। इसके बाद दोपहर 2.20 बजे जब नर्स राउंड लेने गई तो मेडिकल वार्ड में भर्ती हुए सुरेश की लाश उन्हें आइसोलेशन वार्ड के पलंग पर खून से लथपथ मिली। नर्स ने तत्काल आरएमओ डॉ. राजकुमार ऋषिश्वर को सूचना दी। आरएमओ व अस्पताल मैनेजर डॉ. साकेत सक्सेना सहित अन्य स्टाफ वहां पहुंच गया। मौके पर पहुंची मीडिया को तो अस्पताल प्रबंधन ने यह कहकर रोक दिया कि अभी पुलिस आने वाली है, लेकिन इस दौरान अस्पताल के कर्मचारियों ने शव को न केवल उलट-पलट दिया, बल्कि उसके पास रखे सामान को एक थैले में भरकर मौका ए स्थल को पूरी तरह से डिस्टर्ब कर दिया। महत्वपूर्णबात यह है कि मेडिकल वार्ड के आइसोलेशन वार्ड में मृतक सुरेश अकेला ही भर्ती था, इसलिए हत्यारे अपने काम को सफाईसे अंजाम दे गए।
सूचना मिलने पर देहात थाने में पदस्थ एएसआई अजय खलको अस्पताल पहुंचे। जब अजय से पूछा कि आपको प्रथम दृष्टया क्या लग रहा है, तो वे बोले कि मैं अभी कुछ नहीं कह सकता। जब लाश के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि गला कटा हुआ है, साथ ही वे यह भी बोले कि खुद भी काट सकता है, लेकिन जब उनसे पूछा कि क्या कोई हथियार मिला है तो उन्होंने इंकार कर दिया।
जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. राजकुमार ऋषिश्वर सबसे पहले वहां पर पहुंचे, लेकिन उन्होंने इस संबंध में कुछ भी कहने की बजाय यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि इस मामले में सिविल सर्जन (सीएस) ही कुछ कहेंगे।
मैं तो अभी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में हूं, इसलिए आरएमओ से बात कर लें। अस्पताल में मरीज की गला रेतकर हत्या किए जाने की जानकारी तो मुझे मिली है, जिसमें अभी हम पता करवा रहे हैं। हमारे पास सिक्यूरिटी गार्ड के नाम पर सिर्फ 14 लोग हैं, जो तीन शिफ्टों में काम करते हैं।
डॉ. पीके खरे, सीएस जिला अस्पताल शिवपुरी
जिला अस्पताल में मरीज की हत्या, अपने आपमें गंभीर मामला है। हम पता करवा रहे हैं कि उसके परिवार में क्या स्थिति चल रही थी। कुछ समय बाद आसपास भर्ती मरीज भी कुछ बता पाएंगे। परिवार में क्या हालात चल रहे थे, इसकी भी जानकारी ले रहे हैं।
राजेश सिंह चंदेल, एसपी शिवपुरी