आसान नहीं बस स्टैंड पहुंचना….जानिए क्या है वजह
कीचड़ से सराबोर हुआ नवीन बस स्टैंड का प्रवेश मार्ग, परिषर की भी हालत बदतर, बस संचालकों के साथ ही यात्रियों को भी हो रही भारी फजीहत, प्रवेश मार्ग के खाईनुमा गड्ढे दे रहे हादसे को आमंत्रण, शहर के नवीन बस स्टैंड का हाल
सीधी। शहर के नवीन अस्थाई बस स्टैंड को बने करीब पांच वर्ष से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन इस बस स्टैंड में आज भी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है, जिसके चलते यात्रियों के साथ ही बस संचालकों को भी भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। थोड़ी सी बारिस में ही मुख्य मार्ग से बस स्टैंड की ओर जाने वाले मार्ग के खाईनुमा गड्ढों में घुटनो तक पानी भर जाता है, साथ ही सड़क कीचड़ से सराबोर हो जाती है, लिहाजा बस स्टैंड में प्रवेश करने मे ही यात्रियों को भारी फजीहत का सामना करना पड़ता है, प्रवेश द्वार पर ही मोड़ होने व यहां बना खाईनुमा गड्ढा हर वक्त हादसे को आमंत्रण देता रहता है, खासकर की घुटना तक कीचड़ से सराबोर गहरे गड्ढे से जब ओव्हरलोड ऑटो निकलते हैं तो ऑटो में सवार यात्रियों की सांसे थम जाती है।
ये तो प्रवेश मार्ग की हालत है, इसके बाद बस स्टैंड तक पहुंचने तक मार्ग की यही स्थिति है, बस स्टैंड के अंदर पहुंचने के बाद भी हालत सुधरे नहीं मिलते, यहां का परिषर भी हल्की बारिश में ही कीचड़ से सराबोर हो जाता है, लिहाजा यात्रियों को यहां भी बस में सवार होने के लिए संभलकर पैर रखने पड़ते हैं।
पांच वर्ष बाद भी नहीं सुधरे हालात-
राज्य परिवहन के डिपो में पांच वर्ष पूर्व जिला प्रशासन द्वारा संचालित किए गए नवीन बस स्टैंड के हालात अभी भी नहीं सुधर पाए हैं, व्यवस्थाओं के नाम पर अभी तक यहां केवल सुलभ शौंचालय ही बन पाया है। न तो पेयजल की व्यवस्था हो पाई है और न ही यात्रियों के लिए छांव की ही व्यवस्था बनाई गई है। नगर पालिका प्रशासन भी अस्थाई बस स्टैंड होने के कारण यहां व्यवस्थाओं के नाम पर राशि खर्च नहीं कर पा रहा है, लिहाजा खामियाजा यात्रियों को उठाना पड़ रहा है।
बारिश के मौषम में बिगड़ जाते हैं हालात-
बारिश के मौषम में नवीन बस स्टैंड के हालात काफी बिगड़ जाते हैं। यहां न तो यात्रियों के लिए छांव की व्यवस्था है और न ही परिषर को कीचड़ मुक्त करने के प्रयाश किए जा रहे हैं। बारिश के मौषम में लोगों को बारिश बचने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है, वहीं कीचड़ से सराबोर प्रवेश मार्ग व परिषर मे यात्रियों को भारी फजीहत होती है।
दो ट्राली मुरम की दरकार-
स्थानीय व्यापारियों एवं बस संचालको ने कहा कि बस स्टैंड के प्रवेश मार्ग में बना खाईनुमा गड्ढा हादसे को आमंत्रण दे रहा है, वहां पर मोड़ होने के कारण कभी भी वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो सकते हैं। सही मायने में वहां यदि एक ट्राली गिट्टी व दो ट्राली मुरम गिरवा दी जाय तो गड्ढा पट सकता है, लेकिन इतना करवाने भी न तो जिला प्रशासन आगे आ रहा है और न ही नगर पालिका ही। यदि इस गड्ढे की वजह हादसा हो जाता है तो इसमे वाहन संचालकों पर लापरवाही पूर्वक वाहन चलानेे का आरोप मढ़ दिया जाएगा। वाहन संचालकों ने नवीन बस स्टैंड के प्रवेश मार्ग में बने खाईनुमा गड्ढे को पटवाए जाने की मांग की है।
स्मार्ट सिटी के तहत कार्य का इंतजार-
नवीन बस स्टैंड में मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने का कार्य मिनी स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट में शामिल है, लेकिन इस मद के तहत भी कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है, लिहाजा यात्रियों एवं बस संचालकों की समस्या अभी भी जस की तस है।