कहा, सर्वेक्षण का उद्देश्य स्वच्छता में नागरिकों की भागीदारी बनाना शहर को कचरा मुक्त करना, खुले में शौच मुक्त की स्थिति को निरंतर रखना, नतीजों और विषयों को तीसरे पक्ष में प्रमाणित कराना, ऑनलाइन प्रक्रियाओं के माध्यम से वर्तमान प्रक्रियाओं को संस्थागत प्रदान करना और समाज के सभी वर्गों के लिए शहरों और नगरों में रहने के बेहतर स्थान बनाने के लिए जागरूकता पैदा करना शहर के विकास में हर संभव प्रयास करना, सड़क पर कचरा नहीं डालेंगे और आस-पास सफाई रखेंगें।
सड़क पर गंदगी करने वालों को रोकेंगे और जहां गंदगी दिखे नगर पालिका के अमले को सूचना देंगे, व्यर्थ में पानी बर्बादी नहीं करेंगे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्राचार्य ऊषा तिवारी, मधु सिंह चौहान, श्रद्धा सिंह बघेल, सरोज पाठक, काजल सिंह चौहान सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 की कार्ययोजना पर चर्चा करते हुए कलेक्टर अभिषेक सिंह ने कहा कि नागरिकों की सक्रिय सहभागिता से ही अपने परिवेश और शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाया जा सकता है। इसके लिए आवश्यक है कि उन्हें स्वच्छता की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित करें तथा इसको स्वच्छ बनाए रखने में उन्हें सहयोग भी प्रदान करें। स्वच्छता सर्वेक्षण की प्रत्येक गतिविधि में छात्र-छात्राओं, समाजसेवियों एवं नागरिकों को सहभागी बनाएं। बैठक में अपर कलेक्टर डीपी वर्मन, जिला जनसंपर्क अधिकारी मुकेश मिश्रा, मुख्य नगरपालिका अधिकारी अमर सिंह परिहार सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, समाजसेवी एवं पेट्रोलपंप संचालक उपस्थित रहें।