ग्राम पंचायतों में अनुपयोगी जगहों पर बनाई जा रही पुलिया
जिम्मेवारो द्वारा पंचायतों की राशि लगाई जा रही ठिकाने, मामला जनपद पंचायत मझौली के ग्राम बघैला का
Pulis being built at unusable places in village panchayats
सीधी/मझौली। जिले के मझौली जनपद अंतर्गत लगभग सभी ग्राम पंचायतों में एक तरह से माना जाए तो पंचायत चुनाव के पहले जो भी राशि पंचायत खाते में बची हुई है उसे सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक व उपयंत्री मिलकर अनुपयोगी व घटिया निर्माण कार्य करा कर जल्द से जल्द राशि को ठिकाने लगाने में जुटे हुए हैं।
ऐसा ही मामला मझौली जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत खंतरा के आनंद नगर बघैला का प्रकाश में आया है। जहां परसाद रावत के घर के पास पुलिया का निर्माण कार्य कराया गया है, जो बिल्कुल ही अनुपयोगी है यहां तक कि जहां पुलिया का निर्माण कार्य कराया गया है वहां सड़क ही नहीं है, पकडंडी गली मात्र है, लेकिन जिम्मेवारों द्वारा लगभग 5 लाख 50 हजार रूपए लागत की पुलिया का निर्माण करा दिया गया है, वहीं इसी ग्राम में शासकीय प्राथमिक विद्या नवानगर बघैला के पास दो खेतों के बीच पुलिया का निर्माण बिना किसी आवश्यकता के कराया जा रहा है, ऐसे निर्माण कार्यों को देख कर सहज़ ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि कहीं भी निर्माण कार्य करा कर पंचायत के खाते की राशि खत्म कर सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक व उपयंत्री अपना उल्लू सीधा करते नजर आ रहे हैं। ग्रामीणों ने ऐसे निर्माण कार्यों की कलेक्टर से टीम गठित कर जांच कराए जाने की मांग की है।
निर्माण कार्य खत्म होने के बाद दी जा रही तकनीकी स्वीकृत-
किसी भी निर्माण कार्य की रूप रेखा जिसमे निर्धारित जगह, निर्माण स्थल का ट्रेजन होना व निर्माण कार्य पर लगने वाली लागत का तकनीकी इंजीनियर द्वारा ब्यौरा कोई भी निर्माण कार्य शुरू होने से पहले किए जाने का प्रावधान लगभग हर सरकारी विभागों में होता है और इसीलिए इन जिम्मेवारो को विभागों में नियुक्त भी किया जाता है, लेकिन इस समय ग्राम पंचायतों में इस नियम का पालन नहीं किया जा रहा है सेटिंग के आधार पर निर्माण कार्य मनमानी जगहों पर करा लिए जाते हैं व निर्माण कार्य खत्म हो जाने के बाद तकनीकी स्वीकृति व डीपीआर पोर्टल पर देखने को मिलती है, लेकिन जब तक निर्माण कार्य पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता उसे पोर्टल पर नहीं दिखाया जाता। वहीं इस संबंध में जानकारी लेने के लिए जब नरेगा एसडीओ आरके गुप्ता व मुख्य कार्यपालन अधिकारी विजय कुमार श्रीवास्तव को फोन लगाया गया तो उनके द्वारा फोन ही उठाना मुनासिब नहीं समझा गया।
…………..यह बात सही है की जहां पुलिया का निर्माण हो गया है वहां सड़क नहीं है, बाद में बनेगी। वहीं दूसरी पुल जो विद्यालय के पास बनाई जा रही है उसकी लागत व डीपीआर संबंधित जानकारी मेरे पास नहीं है।
रामकरण बैगा
सचिव, ग्राम पंचायत खंतरा