एकादशी पर गुलाल उडाता भक्तों का रैला, पुष्प वर्षा और सिर पर केसरिया पाग पहनकर बाबा श्याम जब खाटू की गलियों से गुजरे तो हर एक श्याम भक्त पलक पावडे बिछाए हुए उनके स्वागत में खड़ा नजर आया। एकादशी को खाटू नगरी के भ्रमण के लिए बाबा श्याम का रथ सुबह सवा 11 बजे निकला। रथ यात्रा के दौरान श्याम भक्तों की भारी भीड लग गई। भीड को नियंत्रित करने में पुलिस और स्वयंसेवकों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। करीब पंद्रह लाख श्रद्धालुओं ने दरबार में शीश नवाकर मनौतियां मांगी। दर्शन में तकरीबन पांच घंटे का समय लगा। बाबा श्याम को नगर भ्रमण करवानें की परम्परा वर्षो पुरानी है। दस दिवसीय फाल्गुनी लक्खी मेले का समापन सोमवार को होगा।
एकादशी पर पंद्रह लाख ने दरबार में नवाया शीश
फाल्गुन माह की एकादशी को बाबा श्याम का मेला पूरे परवान पर था। करीबन पंद्रह लाख श्रद्धालुओं ने दरबार में शीश नवाकर मनौतियां मांगी। श्याम दर्शन को आ रहे भक्त रींगस रोड़ से तीन बिजली ग्रिड, लामिया तिराहे से लखदातार मैदान में बने बडे जिगजैग के बाद एक छोटे से गुजरने के बाद मुख्य मैदान बाबा श्याम मैदान में बने जिगजैग से गुजरने के बाद बाबा श्याम की मूरत के दर्शन हो रहे है।