एक ट्रक में चावल, दूसरे में स्क्रैप भरा
कोतवाल उदय सिंह ने बताया कि जोधपुर के रहने वाले चाचा बुधाराम व भतीजा गोविंदराम एक दिन पहले ही हरियाणा के करनाल से ट्रक में चावल भर कर चले थे। वे चावल गुजरात लेकर जा रहे थे। ट्रक को चाचा बुधाराम ही चला रहा था। वहीं दूसरी ओर सामने से आ रहे ट्रक में स्क्रैप भरा हुआ था। ट्रक नागौर से स्कै्रप का सामान भरकर दिल्ली जा रहा था। सुबह कोहरा होने के चलते दृश्यता बेहद कम थी। दोनों ही ट्रक रफ्तार से चल रहे थे। जिससे दोनों ट्रकों की आमने-सामने भिडं़त हो गई। दोनों ट्रकों के केबिन आपस में फंस गए।
मौत की सड़क: 72 घंटे में दूसरा बड़ा हादसा, अब तक गई 11 जनों की जान
2 घंटे के बाद क्रेन पहुंची
खूड़ी गांव के पास हुए हादसे के बाद हाइवे पूरी तरह से जाम हो गया। दोनों ट्रक बीच में चल रहे थे। टक्कर होने के बाद ट्रक सडक़ पर ही फंसे रहे। इससे हाइवे पर दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गई। के्रन की व्यवस्था नहीं होने के कारण दो घंटे बाद हाइड्रोलिक क्रेन पहुंची। इसके बाद आधा घंटे की मशक्कत के बाद ट्रक हटाएं जा सके।
ये रहे मृतकों में शामिल
हादसे में मृतक जोधपुर जिले के ढांढणिया निवासी बुधाराम पुत्र लूंबाराम, गोविन्दराम पुत्र गुमनाराम दोनों सगे चाचा-भतीजे है। यूपी के अंता निवासी राकेश कुमार पुत्र सुभाषचन्द्र यादव व हरियाणा के लुहारू थाना क्षेत्र निवासी मंगतू पुत्र अमर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने मृतकों के परिजनों को फोन कर सूचना दी। दोपहर बाद तीन मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। वहीं यूपी के अंता निवासी राकेश का शव मोर्चरी में रखवा दिया गया।
तीन दिन में हुई ग्यारह की मौत
फतेहपुर सालासर नेशनल हाइवे पर बीते तीन दिन में दो बड़े सडक़ हादसे हो गए। दो बड़े हादसों में ग्यारह लोगों की मौत हो गई। दो दिन पहले लग्जरी कार सवार सात लोगों की मौत हुई थी। बुधवार को सुबह ट्रक भिड़ जाने के कारण चार लोगों की मौत हो गई। फतेहपुर से सालासर के बीच का नेशनल हाइवे मौत का हाइवे बन चुका है। हाइवे पर लगातार भीषण हादसे हो रहे है। कुछ ही वर्ष पहले बने हाइवे पर हर सप्ताह हादसे हो रहे है। तीन दिन में दो भीषण सडक़ हादसों में ग्यारह लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस मौत का कारण लापरवाही व ओवरस्पीड़ बता रही है।