भर्तियों में देरी का किस पर क्या असर
बेरोजगार: पहले आचार संहिता और अब कोरोना
बेरोजगारों को इन भर्तियों का दो साल से इंतजार है। ज्यादातर भर्तियों की विज्ञप्ति वर्ष 2018 व 2019 में जारी हुई थी। पहले विधानसभा और लोकसभा चुनाव की आचार संहिता की वजह से परीक्षा नहीं हो सकी। अब चयन बोर्ड ने परीक्षा तिथि घोषित की लेकिन कोरोना का साया आ गया। कई भर्ती ऐसी भी हैं जिनकी विज्ञप्ति भी कोरोना की वजह से अटक गई।
आमजन: पटवारी व अभियंताओं के रिक्त पदों से बढ़ेगी परेशानी
प्रदेश में पटवारियों के रिक्त पदों की वजह से राजस्व कामकाज काफी प्रभावित हो रहे हैं। मामला विधानसभा में भी गूंजा। इसके बाद मुख्यमंत्री ने नई भर्ती की घोषणा की। विज्ञप्ति जारी होने में देरी और अब कोरोना की वजह से तय समय पर परीक्षा नहीं हो सकी। इस कारण गांव-ढाणियों के लोगों की परेशानी बढ़ेगी। इसी तरह सार्वजनिक निर्माण, जलदाय व सिंचाई विभाग में कनिष्ठ अभियंता की भर्ती में देरी का खामियाजा आमजन को भी भुगतना पड़ेगा।
नई भर्तियों में भी देरी
पुरानी भर्तियों की परीक्षा समय पर नहीं होने से आगामी भर्तियों का गणित भी पूरी तरह बिगडऩे की आशंका है। कोरोना की वजह से प्रथम श्रेणी व्याख्याता, रीट सहित अन्य परीक्षाओं की भर्ती में देरी होने की आशंका बनी हुई है। क्योंकि यदि संबंधित विभाग समय पर विज्ञप्ति भी जारी कर देंगे तो परीक्षाओं के लिए सेंटर तलाशना भी बड़ी चुनौती रहेगी।
इनका कहना है:
कोरोना की वजह से परीक्षा तिथियों में फेरबदल हुआ है। कुछ परीक्षाएं रद्द भी करनी पड़ी है। संभावित परीक्षा तिथि घोषित कर दी है। भविष्य में कोरोना व अन्य प्रशासनिक कारणों से परीक्षा तिथि में परिवर्तन किया जा सकता है।
डॉ. बीएल जाटावत, अध्यक्ष, राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड