दहशत में मरीज
शहर की 57 वर्षीय महिला को सांस लेने में परेशानी होने पर ट्रोमा के एमआईसीयू वार्ड में भर्ती किया गया था। परेशानी ज्यादा होने पर कोरोना जांच करवाई गई। जिसमें महिला पॉजिटिव आई। पॉजिटिव आने के बाद महिला को कोविड सेंटर में शिफ्ट नहीं किया। रविवार सुबह महिला की मौत होने के बाद महिला के पॉजिटिव होने की बात सामने आई तो हड़कम्प मच गया। मरीज और बाकी स्टाफ भी दहशत में आ गया। बतादें कि ट्रोमा सेंटर में एक दर्जन से ज्यादा नर्सिंग स्टॉफ और चिकित्सक मौजूद रहते हैं। वहीं रोजाना 70 से 80 मरीज मरहम पट्टी और इलाज के लिए आते हैं। एक ही परिसर में होने के कारण ट्रोमा और आईसीयू का स्टॉफ अस्पताल के स्टॉफ के सम्पर्क में सीधे तौर पर आता है। जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ गया है। कुछ दिन पूर्व भी एक पॉजिटिव मरीज अस्पताल के कम्पाउंड में घूमता मिला था जिसे बाद में सांवली कोविड सेंटर भेजा गया।
इनका कहना है
दो दिन से भर्ती यह महिला पहले से बीमार थी। कोरोना जांच में पॉजिटिव आई। जिसकी रविवार सुबह मौत हो गई।
डा देवेन्द्र दाधीच, प्रभारी डेडीकेटेड कोविड अस्पताल, सीकर