सीकर/ खाटूश्यामजी. घर परिवार की चिंता छोड जिले के कई चिकित्सक व नर्सिंग ऑफिसर देश की राजधानी में कोरोना को मात देने के लिए योद्धा की तरह मैदान में डटे हुए है।
सीकर•Apr 08, 2020 / 10:12 pm•
Sachin
कोरोना के कर्मवीर: कोरोना मुक्त देश होने पर ही लौटेंगे घर
सीकर/ खाटूश्यामजी. घर परिवार की चिंता छोड जिले के कई चिकित्सक व नर्सिंग ऑफिसर देश की राजधानी में कोरोना को मात देने के लिए योद्धा की तरह मैदान में डटे हुए है। जो कोरोना मुक्त देश करने पर ही घर लौटने की बात कह रहे हैं। जिले के गांव गोठड़ा भूकरान निवासी सपना चौधरी ने बताया कि वह दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल में नर्सिंग अधिकारी के पद पर कार्यरत है। बकौल सपना, दो छोटे बच्चों को सीकर में परिजनों के पास छोडकऱ ड्यूटी कर रही हूं। डेढ वर्ष के बच्चे को केवल वीडियो कॉल पर ही देख पाती हूं। खाटूश्यामजी के हंसराज मुंडोतिया जो महर्षि वाल्मीकि हॉस्पिटल नई दिल्ली में बतौर नर्सिंगकर्मी काम कर रहे है। मुंडोतिया ने बताया कि उनकी टीम ने अस्पताल में आइसोलेट 16 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की। वह 15 दिन से अस्पताल में सेवा दे रहे हैं। अब अस्पताल ने रविवार से दिल्ली में ही दस दिन के लिए होम आइसोलेट कर दिया है। दिल्ली के एम्स में बतौर चिकित्सक लाडपुर निवासी डॉ. जितेन्द्र कुमार वर्मा का कहना है कि घर परिवार की चिंता किसे नहीं रहती।लेकिन, देश की सेवा करना हमारा पहला फर्ज है। खाचरियावास के डॉ. दीपक शेखावत जो दिल्ली के महर्षि वाल्मीकि हॉस्पिटल में शिशु रोग विशेषज्ञ ने बताया घरवालों का फोन आता है। वह हर बार मेंरे स्वास्थ्य के बारे में पूछते रहते है। मगर मैं उन्हें एक ही बात कहता हूं कि कोरोना की इस संकट की घड़ी में देश सेवा ही सच्चा धर्म है। कैलाश गांव के डॉ.विनोद कुमार नोगिया दिल्ली के आरएमएल अस्पताल दिल्ली में कार्यरत है। कहते हैं कि कोरोना का संक्रमण से देश को जल्द निजात मिले तो ही वह घर वालों से मिल सकेंगे। न्यू दिल्ली के पटेल नगर स्थित बीएलके अस्पताल में आसीयू वार्ड में कार्यरत नर्सिंगकर्मी कैलाश चंद मुंडोतिया निवासी दांतारामगढ ने बताया कि वह लगातार कई दिनों से आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी दे रहे हैं। इस समय उनके लिए सबसे ज्यादा जरूरी मरीजों का उपचार करना है। देश धर्म इस समय सबसे बड़ा है।