रिक्त पदों से उठ रहा वेतन
जिले की 42 महात्मा गांधी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों का वेतन भी पिछले तीन साल से हिंदी माध्यम के रिक्त पदों से ही उठ रहा हैं। सीकर में कुल 56 महात्मा गांधी स्कूल संचालित है। इनमें से 10 महात्मा गांधी स्कूल जिले में सबसे पहले खुले। जिले की नौ ब्लॉक और फतेहपुर में अलग से एक महात्मा गांधी की तर्ज पर ही इंग्लिश मीडियम स्कूल खोला गया। इन 10 महात्मा गांधी और एक इंग्लिश मीडियम स्कूल में तो प्रधानाचार्य के पद सृजित हो गए। लेकिन शेष 45 महात्मा गांधी स्कूलों में तीन साल बाद भी पद सृजित नहीं हुए। इन 45 में 14 महात्मा गांधी स्कूलों में तो आज दिन तक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए साक्षात्कार भी नहीं हुए हैं।
पद सृजित कर जल्द स्टाफ का हो समायोजन
महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों की थीम को जिस गति से आगे बढ़ाया गया, उसमें कई तरह के व्यवधान आने लगे हैं। ऐसा लग रहा सरकार इन स्कूलों के प्रति गंभीर नहीं है। न तो पद सृजित किए गए, न ही सर प्लस स्टाफ का समायोजन किया गया। सरकार इन स्कूलों के स्टाफ के लिए पद सृजित करे और शेष का अविलम्ब समायोजन करे।
विनोद पूनियां, जिलाध्यक्ष, राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत)
कैसे होगी सर प्लस स्टाफ की नियुक्ति
राज्य सरकार जल्द ही प्रदेश में लेवल वन के 15500 पदों पर भर्ती कर रही हैं। इनमें अगर जिले की बात की जाए तो 331 एल वन सामान्य और 11 एल वन विशेष शिक्षा को मिलाकर कुल 342 पदों पर शिक्षक भर्ती होगी। इधर, जिले के 31 महात्मा गांधी स्कूलों में सर प्लस स्टाफ लगा हुआ है। हिंदी माध्यम की स्कूलों में इस सर प्लस स्टाफ की नियुक्ति से पहले ही अगर नई भर्ती से स्टाफ की नियुक्ति हो गई, तो फिर इस सर प्लस स्टाफ को कहां लगाया जाएगा। इसे लेकर शिक्षकों में आज भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।