ये है पूरा मामला
-चूरू में गुरुवार को मेड़ता से चूरू आ रही टे्रन के आगे छलांग मारने से एक महिला व बच्ची की मौत हो गई थी।
-सूचना पाकर पहुंची चूरू कोतवाली पुलिस ने दोनों के शव भरतीया अस्पताल के मुर्दाघर में रखवा दिए।
-बाद में दोनों की शिनाख्त रेणू कंवर व उसकी एक साल की बेटी के रूप में हुई। पुलिस ने शव परिजनों को सौंपे।
-इस संबंध में दूसरे दिन कारंगा निवासी जगदीश ने रिपोर्ट दी कि रेणू ने दहेज प्रताडऩा के कारण ये कदम उठाया है।
-रिपोर्ट में लिखा है कि रेणू कंवर की शादी वर्ष 2016 में चूरू निवासी संदीप सिंह के साथ हुई थी।
-शादी के बाद से ससुराल पक्ष वाले उसे दहेज के लिए प्रताडि़त कर रहे थे। एक लाख व बाइक मांग रहे थे।
-रिपोर्ट में सास चांद कंवर, ससुर मातुसिंह, देवर दीपूसिंह व पति संदीप सिंह दहेज का आरोप लगाया गया है।
जमीन बेचकर दिए 50 हजार रुपए
ससुराल पक्ष पर यह भी आरोप है कि मृतका के पिता जगदीश ने दहेज मांगने पर जमीन पर बेचकर आरोपितों को 50 हजार रुपए दिए। इसके बावजूद उनकी मांग कम नहीं हुई। दहेज के लिए वे अक्सर उनकी बेटी से मारपीट भी करते थे। आठ माह पहले बेटी पैदा होने पर ससुराल पक्ष के नाराज हो जाने का भी आरोप है।
फोन करके मां को दी जानकारी
रेणू कंवर ने 26 अप्रेल को अपनी मां को फोन करके बताया कि ससुराल के लोग उसे दहेज के लिए मार देंगे। पति बिना खाना खाए घर से बाहर गया और यह कहकर गया कि वापस आए तब दहेज के एक लाख रुपए और बाइक आ जानी चाहिए। वरना मां-बेटी मुझे मुंह मत दिखाना। इन सबसे परेशान होकर रेणू ने 26 अप्रेल को अपनी आठ माह की बेटी के साथ ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली।