कांग्रेस को बड़ा झटकाः कांग्रेस के कद्दावर नेता रामनिवास रावत और मुरैना की महापौर भाजपा में शामिल
इंदौर के बाद श्योपुर में कांग्रेस के दिग्गज नेता रामनिवास रावत ने भाजपा का दामन थाम लिया। उनके साथ क्षेत्र के करीब दो हजार कार्यकर्ताओं ने भी सदस्यता ग्रहण कर ली।
lok sabha election 2024- मध्यप्रदेश में लगातार दूसरे दिन कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। इंदौर के बाद श्योपुर में कांग्रेस के दिग्गज नेता रामनिवास रावत (ramniwas rawat) ने भाजपा का दामन थाम लिया। उनके साथ क्षेत्र के करीब दो हजार कार्यकर्ताओं ने भी सदस्यता ग्रहण कर ली। इनके साथ ही मुरैना की महापौर शारदा सोलंकी ने भी इसी मंच पर भाजपा ज्वाइन कर ली। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ जब कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (rahul gandhi) भिंड जिले के दौरे पर थे और पड़ोसी जिले श्योपुर में कांग्रेस के कद्दावर नेता भाजपा ज्वाइन कर रहे थे। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, न्यू ज्वाइनिंग टोली के संयोजक डा. नरोत्तम मिश्रा ने रामनिवास रावत और शारदा सोलंकी को बीजेपी की सदस्यता दिलाई।
मंगलवार को दोपहर में कांग्रेस के 6 बार से विधायक और पूर्व मंत्री रामनिवास रावत ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। उनके साथ दो हजार से अधिक समर्थकों ने भी सदस्यता ग्रहण की है। गौरतलब है कि एक माह से राम निवास रावत के भाजपा में जाने की अटकलें चल रही थीं। वे कांग्रेस की नीतियों से नाराज थे। रामनिवास रावत टिकट के लिए प्रयास कर रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इससे वे काफी नाराज चल रहे थे। मुरैना लोकसभा सीट पर कांग्रेस के सत्यपाल सिंह सिकरवार और भाजपा के शिवमंगल सिंह तोमर मैदान में है।
सूत्रों के मुताबिक रावनिवास रावत के भाजपा में जाने की स्क्रीप्ट एक माह से लिखी जा रही थी। मुरैना सीट से सत्यपाल सिकरवार (नीटू) को टिकट देने के बाद से रामनिवास नाराज चल रहे थे। वे खुलकर तो नहीं बोले, लेकिन कई बार तंज कसते नजर आए। उन्होंने इशारों में कहा था कि पार्टी ने बड़ी मेहनत की है और माइक्रो परीक्षण कर प्रत्याशी ढूंढे हैं और ऐसे प्रत्याशियों को टिकट दिए हैं, जो कि न केवल खुद जीतेंगे बल्कि दो-चार सीटें भी जिता देंगे। इस प्रकार कांग्रेस की स्थिति बेहद अच्छी रहने वाली है। रावत ने यह भी कहा कि जिन लोगों को टिकट दिया गया है, उन्हें शायद कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जरूरत नहीं है। जो उम्मीदवार आए हैं, वो जीतने वाले प्रत्याशी हैं, बिना किसी के सहयोग से जीतने वाले हैं। तभी रामनिवास रावत ने जीतू पटवारी से मांग की थी कि उन्हें मुरैना सीट के प्रभार से हटा दिया जाएं।
क्या बीजेपी में बढ़ेगा कद ?
6 बार से कांग्रेस के विधायक रहे और पूर्व प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत (ramniwas rawat) का क्षेत्र में अलग ही कद है। जानकारों का मानना है कि भाजपा में जाने के बाद उनका कद और भी उभरेगा। सरकार में भी उनकी भूमिका लगभग तय है और मोहन कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं। इससे पहले दिग्विजय सरकार में रामनिवास रावत मंत्री पद पर रह चुके हैं और 2003 से लगातार विपक्ष में बैठे थे।
मुरैना महापौर भी भाजपा में
कांग्रेस को इसी मंच पर दोहरा झटका लगा है। रामनिवास रावत के साथ ही मुरैना की महापौर शारदा सोलंकी भी भाजपा में शामिल हो गई। पिछले कुछ समय से शारदा सोलंकी के भी भाजपा में जाने की अटकलें चल रही थीं। पिछले दिनों महापौर सोलंकी ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत भाजपा के कई सीनियर नेताओं से मुलाकात की थी। इसी के बाद माना जा रहा था कि जल्द ही शारदा सोलंकी भी भाजपा ज्वाइन कर सकती हैं।
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