नवजात बच्ची करीब 6-7 माह की है। जिसकी सूचना पर अस्पताल प्रशासन के साथ पुलिस भी मौके पर पहुंची। जानकारी के अनुसार गुरुवार को सुबह अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में सफाई के लिए सफाईकर्मी पहुंचा। इसी दौरान उसको टॉयलेट के पोट के अंदर कुछ फंसा हुआ दिखाई दिया।
देखा तो एक नवजात बच्ची का शव पड़ा था। उसने तुरंत ही इसकी सूचना अस्पताल प्रशासन को दी। देखते देखते मौक पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और नवजात के शव को शौचालय से बाहर निकलवाकर मोर्चरी में रखवाया। जहां शव का पोस्टमार्टम करवाकर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। चिकित्सकों के मुताबिक नवजात छह से सात महीने का है।
शर्मसार: नवजात बच्ची को प्लास्टिक की थैली में बंद कर सड़क पर फेंका, सांस लेने में आ रही दिक्कत
शेखावाटी में दस दिन में दूसरी घटना
शेखावाटी में नवजात बच्ची को फैंकने की यह दूसरी घटना है। इससे पहले 24 जून को चूरू के रतनगढ़ कस्बे में 7-8 माह की एक नवजात बच्ची प्लास्टिक की थैली में बंद सडक़ पर पड़ी मिली थी।