सवाल : जिस दौर में आपको पार्टी की कमान सौंपी गई है, पार्टी को एकजुट रखने का रोडमैप क्या रहेगा?
जवाब : कांग्रेस बहुत बड़ा परिवार है। इसमें सभी कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा करना मेरा नैतिक धर्म है। इस जिम्मेदारी की पालना के लिए मैं रात-दिन एक कर दूंगा, यही मेरा रोडमैप है। सात साल सीकर कांग्रेस का जिलाध्यक्ष रहा हूं। मुझे पता है कि सत्ता और संगठन में किस तरह का तालमेल होना चाहिए। राजस्थान की जनता ही कांग्रेस का परिवार है। सब को साथ लेकर चलना मेरा पहला लक्ष्य रहेगा।
सवाल : इस नई जिम्मेदारी के लिए क्या आप पहले से तैयार थे?
जवाब : काम करने वाले व्यक्ति के लिए कुछ नया नहीं होता। वह मेहनत के दम पर सब मुमकिन कर लेता है। पार्टी आलाकमान ने मेरे जैसे छोटे कार्यकर्ता को इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है जो बड़े सौभाग्य की बात है।
सवाल : बहुमत को लेकर सरकार चुनौतियों से घिरी हुई है। आपको क्या लगता है?
जवाब : सरकार के पास पूरा बहुमत है। भाजपा की ओर से साजिश रची जा रही थी, जिसे कांग्रेस ने पूरी तरह फेल कर दिया है।
सवाल : अक्सर सत्ता और संगठन में तालमेल नहीं होने की वजह से कार्यकर्ता नाराज रहते हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए आपकी रणनीति?
जवाब : कांग्रेस सरकार की ओर से लगातार प्रदेश में बहुत शानदार काम हर क्षेत्र में किया जा रहा है। सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं को आम कार्यकर्ताओं तक लेकर जाना हमारी जिम्मेदारी है। यदि कार्यकर्ताओं की कोई समस्या या मांग है तो उससे भी अवगत कराना संगठन का धर्म है।
सवाल : आपको इतनी बड़ी जिम्मेदारी आखिर क्या सोच-समझकर दी गई होगी?
जवाब : कांग्रेस परिवार से जुडऩे के बाद मैंने अपना बेस्ट देने का प्रयास किया है। पूरी ईमानदारी, निष्ठा और समर्पण मेरी आदत में है। संगठन ने मुझ जैसे कार्यकर्ता को जिम्मेदारी देकर करोड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का मान सम्मान बढ़ाया है।
सवाल : नई पीसीसी का गठन कब तक?
जवाब : आज जिम्मेदारी मिली है। जल्द ही सब कुछ होगा।
सवाल : नया मिशन और विजन क्या रहेगा?
जवाब : 2023 के विधानसभा चुनाव मेरा सबसे बड़ा एजेंडा रहेगा। इसके लिए आज से ही नई रणनीति पर काम शुरू कर दिया है।