कस्बे की खस्ताहाल सडक़ों के लिए अलग से बजट जारी होना चाहिए। सरकार में शिक्षामंत्री के प्रभावी प्रतिनिधित्व के बावजूद भी सडक़ो की हालत दयनीय बनी हुई है। सडक़ों की हालत सुधरे तो बात बने। सरकार की सभी योजनाओं की क्रियान्विति होनी चाहिए। -जयप्रकाश सरावगी-व्यापारी
विभिन्न टैक्स स्लेब्स के कारण व्यापारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ है। स्लेब को खत्म कर व्यापारियों को राहत पहुंचाए सरकार। पूर्व घोषित कृषि उपज मंडी के बजट आंवटित होना चाहिए। -विष्णू भूत – अध्यक्ष, व्यापार मंडल
रेलवे की विभिन्न सुविधाओं का शुरू करने के लिए राज्य सरकार को प्रयास करना चाहिए। नई ट्रेनों को महानगरों से जोड़ा जाए, ताकि व्यापारियों व विद्यार्थियों को लाभ मिल सके। चिकित्सा व शिक्षा सुविधा का विस्तार होना चाहिए। -पवन गोयनका – सचिव, बगडिय़ा स्कूल
महिलाओं की सुरक्षा व बेटियों की शिक्षा से लिए अलग से बजट मिलना चाहिए। सरकारी कॉलेज में कॉमर्स व विज्ञान संकाय भी शुरू होने चाहिए। खेलों की सुविधाओं का विस्तार होना चाहिए। -डॉ सुधा जाजोदिया – शिक्षाविद
महंगाई से घर बजट गड़बड़ा रहा है। सरकार को फल, सब्जी व अन्य खाने के उत्पादों के साथ साथ सिलेंडर की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रित करना चाहिए। -संतोष चूड़ीवाला- अध्यक्ष, अग्रवाल पंचायत महिला प्रकोष्ठ
यूपी सरकार की तरफ राज्य सरकार को भी स्थानीय व्यापारियों को 10 लाख रूपए तक का बीमा कवर फ्री मिलना चाहिए। गंदे पानी की निकासी के लिए ड्रेनेज सिस्टम के लिए सरकार बजट जारी करें। -संदीप बजाज- युवा व्यवसायी
व्यापारियों को भी सरकारी कर्मचारियों की तरह सुविधाओं का लाभ देना चाहिए। कैशलेश इकॉनोमी के लिए तकनीक का विकास होना चाहिए। -दीपक जाजोदिया- प्रदेश संगठन मंत्री, अग्रवाल समाज
कपड़ा व्यापारियों पर लगे विभिन्न टैक्स की मदों का हटाते हुए इनका सरलीकरण करें सरकार, ताकि व्यापारी इनमें उलझने की बजाय व्यापार पर ज्यादा ध्यान दे सके। -मोतीलाल खाटूवाला -कपड़ा व्यापारी
किसानों के सभी ऋण माफ होने चाहिए। सर्दी के मौसम में किसानों को रात्रिकालीन विद्युत व्यवस्था में सुधार के लिए बजट जारी करे सरकार। ओलावृष्टि के कारण खराब हुई फसल का मुआवजा दे सरकार। -महेंद्र महरिया-युवा किसान