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Rajasthan News : कच्चा माल राजस्थान का, लेकिन फायदा हो रहा इस प्रदेश को, जानें कैसे

प्रस्तावित जिला क्षेत्र में लाईम स्टोन, आयरन, क्वावर्टज, कैल्सामाई, मार्बल, डोलोमाईट, इमारती पत्थर के प्रचुर भण्डार है, जिनकी लगभग 450 खानें क्रियाशील हैं। जिले में आयरन और की प्रचुरता होने से बड़ा स्टील प्लांट प्रस्तावित है।

सीकरMay 30, 2024 / 12:27 pm

जमील खान

मुकेश कुमावत
Sikar News : नीमकाथाना. सीकर संभाग में उद्योग और खनन के क्षेत्र में सबसे समृद्धशाली नीमकाथाना जिला है। शुरू से ही नीमकाथाना औद्योगिक क्षेत्र में काफी विकसित होने से विदेशों तक अपनी छाप छोड़ रखी है। सीकर से हटाकर नीमकाथाना को अलग से जिला घोषित करने पर अब यह स्वयं जिला की पहचान के साथ विकसित हो रहा है। यहां माइनिंग, फु टवियर व सीमेंट उद्योग संचालित हैं। जिला में खनिज उद्योग में 800 माइंस व 250 से ज्यादा क्रेशर व ग्राइंडिंग यूनिट संचालित हैं।
इनका करीब एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा सालाना कारोबार है। राजस्थान के उदयपुर सिटी के अलावा नीमकाथाना के आसपास प्रचुर मात्रा में कच्चामाल, फेल्सपार, आयरन क्वार्टस आदि उपलब्ध है। परंतु यहां पर गैस उपलब्ध ना होने से एक भी बड़ा उद्योग स्थापित नहीं है। राजस्थान का सारा लाभ गुजरात जैसे प्रांतों को मिल रहा है। इस वजह से यहां के लोगों को रोजगार के लिए अभी भी खाड़ी देशों की तरफ रूख करना पड़ रहा है।
यदि राज्य सरकार समय पर यहां कार्य को प्राथमिकता से करें तो न केवल तीव्र विकास हो बल्कि लाखों लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हो सकेगी। सब कुछ सही रहा तो यहां जल्द ही स्टील प्लांट भी स्थापित होगा। इसके लिए दीपावास में ओजस्वी मार्बल एंड ग्रेनाईट प्रा.लि.को 180 हैक्टेयर क्षेत्र की आयरन ओर लीज आवंटन की गई है। एग्रीमेंट के अनुसार यहां खनन के साथ कंपनी स्टील प्लांट भी लगाएगी, जो प्रदेश का दूसरा स्टील प्लांट की गिनती में आएगा। वहीं सिरोही में सीमेंट प्लांट चल रहा है। क्षेत्र में औद्योगिक विस्तार के तहत महावा भराला औद्योगिक क्षेत्र, गणेश्वर इंडस्ट्रियल एरिया बन रहे हैं।
इससे औद्योगिक विकास में तेजी आएगी। और लोगों के लिए यहां रोजगार के अवसर पैदा होंगे। वहीं शहर के औद्योगिक क्षेत्र में फुटवियर कपनियां संचालित है, जिसमें लगभग 10000 कार्मिक कार्यरत है। जिनके द्वारा निर्मित माल का विदेशों में निर्यात किया जाता है। भू वैज्ञानिक विभाग के सर्वे के दौरान उच्च क्वालिटी के तांबे का 21 किलोमीटर लबें क्षेत्र में भण्डार मिले हैं, जो भविष्य में देश का सबसे बड़ा तांबा भण्डार होगा।
प्रस्तावित जिला क्षेत्र में लाईम स्टोन, आयरन, क्वावर्टज, कैल्सामाई, मार्बल, डोलोमाईट, इमारती पत्थर के प्रचुर भण्डार है, जिनकी लगभग 450 खानें क्रियाशील हैं। प्रस्तावित जिले में आयरन और की प्रचुरता होने से बड़ा स्टील प्लांट प्रस्तावित है। नीमकाथाना हस्तकला के मामले में भी अपनी अलग ही पहचान रखता है। समीपवर्ती गांव टोडा में कारीगर हाथों से पत्थरों पर अपनी कला दिखाकर मूर्तियां बनाते है जो, विदेशों तक भेजी जाती है। नीमकाथाना जिले का अधिकांश भू-भाग अरावली पहाडी क्षेत्र में आता है। जिसके चलते यहां निवास करने वालों का मुय व्यवसाय कृषि एवं पशुपालन है। कृषि की दृष्टि से इस क्षेत्र में उतम प्रकार की जलवायु एवं मृदा पाई जाती है।
40 कलोमीटर परिधि में केंद्रित है खनिज संपदा
नीमकाथाना की 40 किलोमीटर की परिधि में शेखावाटी की अधिकांश खनिज संपदा केंद्रित है, जिनमे खेतड़ी कॉपर माइंस एक मात्र बड़ा उद्योग एवं नीमकाथाना, अजीतगढ़, अजमेरी, हरिपुरा जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में खनिज फेल्सपार को पीसने वाली 250 से अधिक लघु औद्योगिक ईकाईयां स्थापित हैं। नीमकाथाना एवं आसपास के क्षेत्रों में 438 से अधित खनिज की खाने है। इन खनिज में से कुछ खनिज तो लघु ईकाईयों के द्वारा प्रयुक्त किया जाता है एवं कुछ खनिज गुजरात व विदेशों में भेज दिया जाता है।
गुजरात व महाराष्ट्र में निर्गमित होता है लोहा अयस्क
नीमकाथाना जिला में स्थित बागोली, नारदा, नानगवास, तोंदा, जमालपुरा, दुदवा आदि इलाकों में लोहा अयस्क की अनेक खाने है। वही खनिज चेजा पत्थर की भी 342 से अधिक खाने है। जिनका माल क्रेसर से गिट्टी बनाकर दिल्ली जैसे स्थानों पर भेज दिया जाता है। यहां पर 50 से अधिक क्रेसर उद्योग क्रियाशील है। इस क्षेत्र में खनिज 45.11 लाख टन से अधिक चेजा पत्थर का उत्पादन हो रहा है। शेखावाटी के विकास में नीमकाथाना का काफी योगदान रहा है।
इन प्वाइंटों से समझे औद्योगिक विकास में कैसे आ सकती है गति
01.औद्योगिक विकास के लिए सस्ती उर्जा गैस उपलब्ध करवाई जाए।

02.सस्ती दर व आसान किस्तों पर बैंक ऋण उपलब्ध हो।

03.नीमकाथाना में और नए औद्योगिक क्षेत्र स्थापित हो।
04.यहां के कच्चे माल का प्रयोग करने के लिए सेरेमिक एवं लोहा उद्योग का बड़ा उद्योग स्थापित किया जाए।

05. निर्यात प्रोत्साहन के लिए सुमुचित सूचनाएं एवं सहायता उपलब्ध करवाई जाए।
जिला में प्रभावशील खनन पट्टों पर एक नजर
तहसील संख्या
नीमकाथाना 445

श्रीमाधोपुर 044

खेतड़ी 311

नीमकाथाना खनन पट्टों की फेक्ट फाइल
खनिज नाम संख्या राजस्व
चेजा पत्थर 342 45.11
आयरन ओर 30 0.86

कैल्साईट 40.03

ग्रेनाईट 1 0.005

फैल्सपार 46 3.83

क्ववार्टज 17 0.43

क्वार्टजाईट 5 0.11

सिलीकासेंड 3 3.13

मार्बल 17 0.98
ईंट भट्टे 18 0.41 (नोट : राशि करोड़ में सूत्रों के अनुसार)

एक्सपर्ट व्यू
नीमकाथाना जिला में सेेरेमिक मिनरल्स काफी मात्रा में है। सरकार प्रयास कर उद्यमियों को सस्ती दर पर भूखंड उपलब्ध हो सके तो नीमकाथाना में 20 से 30 प्लांट अविलंब आने को तैयार है। इससे राजस्थान भी टाइल्स का हब बन सकता है। प्लांट शुरू होने से करीब 20 से 30 हजार लोगों को रोजगार के अवसर मिल सकते है। साथ ही सरकार को भी राजस्व का फ ायदा होगा। इसके अलावा सीमेेंट फैक्ट्री के लिए भी शेखावाटी में पर्याप्त कच्चा माला है। दौलतराम गोयल, सरंक्षक, मिनरल एसोसिएशन, नीमकाथाना

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