चंद्रयान-2 में योगदान देने वाले राजस्थान के वैज्ञानिक की संक्रमण से मौत
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के बैंगलुरू मुख्यालय में कार्यरत राजस्थान के सीकर जिले के लामियां गांव निवासी वैज्ञानिक परीक्षित शेखावत की सोमवार सुबह शरीर में संक्रमण फैलने से मौत हो गई।

सीकर. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के बैंगलुरू मुख्यालय में कार्यरत राजस्थान के सीकर जिले के लामियां गांव निवासी वैज्ञानिक परीक्षित शेखावत की सोमवार सुबह शरीर में संक्रमण फैलने से मौत हो गई। महज 21 वर्ष के छोटे से जीवन सफर में इतनी ऊंचाई हासिल करने वाले लाडले का शव मंगलवार सुबह जैसे ही गांव में पहुंचा तो चारों ओर शोक की लहर छा गई। हर किसी की आंख परीक्षित को देख भर आई। उसके अंतिम संस्कार में भारी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। जो भी उसकी कम उम्र की भारी उपलब्धियों की चर्चा करते रहे। गौरतलब है कि परीक्षित ने इसरो के चंद्रयान-2 मिशन में भी योगदान दिया था।छह महीने पहले हुआ था चयनपरीक्षित की शुरू से ही वैज्ञानिक बनने की चाह थी। प्रारंभिक शिक्षा गांव में हासिल करने के बाद उसने सीनियर सैकंडरी ओर आईआईटी की तैयारी कोटा से की। चयन के बाद आईआईटी गुवाहाटी से करने के बाद उसका चयन इसरो में हो गया। 17 जुलाई 2019 को उसने कार्यभार संभाल लिया था। इस दौरान उसने चंद्रयान 2 में भी अपना योगदान दिया था। मृतक का बड़ा भाई देवेन्द्र सिंह ओस्ट्रेलिया में एक प्राईवेट कंपनी में काम करता है और दोनों ही शादी नहीं हुई।
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