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ATM से पैसे निकालते समय PIN देखकर दिमाग में फीड कर लेते, फिर इस तरह करते ठगी

Police Arrested Accused of ATM Fraud : एटीएम से पैसा निकालने में दूसरे की मदद भारी पड़ सकती है। पलक झपकते ही एटीएम कार्ड ( ATM Card ) बदलने के साथ व्यक्ति ठगी ( Thagi By Change of Atm Card ) की बड़ी वारदात का भी शिकार हो सकता है। वजह है कि सीकर में भी हरियाणा और पंजाब का ऐसा गिरोह सक्रिय है।

सीकरDec 11, 2019 / 12:22 pm

Naveen

ATM से पैसे निकालते समय PIN देखकर दिमाग में फीड कर लेते, फिर शातिर तरीके से करते ठगी

ATM से पैसे निकालते समय PIN देखकर दिमाग में फीड कर लेते, फिर शातिर तरीके से करते ठगी

सीकर.

Police Arrested Accused of ATM Fraud : एटीएम से पैसा निकालने में दूसरे की मदद भारी पड़ सकती है। पलक झपकते ही एटीएम कार्ड ( ATM Card ) बदलने के साथ व्यक्ति ठगी ( Thagi By Change of Atm Card ) की बड़ी वारदात का भी शिकार हो सकता है। वजह है कि सीकर में भी हरियाणा और पंजाब का ऐसा गिरोह सक्रिय है। शहर की उद्योग नगर थाना पुलिस ने इसी माह सीकर में 87 हजार रुपए की चपत लगा चुके गिरोह के दो आरोपियों को हरियाणा से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है। पुलिस इनके साथियों के बारे में इनसे पूछताछ कर रही है। थानाधिकारी विरेन्द्र शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी हरियाणा के पलवल जिले के घाघोट गांव का निवासी जोनी बावरिया और पंजाब के मानसा के पुरानी सब्जी मंडी क्षेत्र का निवासी बेअंत बावरिया है।


सुरक्षा के इंतजाम कमजोर
सीकर जिले में एटीएम की सुरक्षा के इंतजाम भी कमजोर है। अधिकतर एटीएम पर गार्ड की तैनाती भी नहीं है। ऐसे में लोग नियमों को नंजर अंदाज कर ठग गिरोह के लोग पैसा निकालने के बहाने एटीएम में घुस जाते हैं। वहां पर एटीएम को हैक करने के साथ मदद के बहाने वारदात को अंजाम दे देते हैं। पीडि़त को पैसा निकलने का मोबाइल पर मैसेज आने पर ही ठगी का शिकार होने की जानकारी मिलती है।


ठगी का गहरा है मकडज़ाल
सीकर जिले में ठगों का गहरा मकडज़ाल फैल गया है। एटीएम से ठगी के हर माह लगातार मामले सामने आ रहे हैं। वहीं ऑन लाइन एटीएम ठग गिरोह भी यहां सक्रिय है। इस वर्ष ऑन लाइन ठगी के दो दर्जन से अधिक मामले सामने आने के बाद भी पुलिस ठग गिरोह तक नहीं पहुंच पाई है। बैंककर्मी भी इस तरह की ठगी का पता नहीं लगा पा रहे हैं। ऑन लाइन ठगी के मामलों में जांच की स्थिति यह है कि मोबाइल नंबर और बैंक खाते की जानकारी सामने आने पर भी पुलिस की जांच आगे नहीं बढ़ पाती। इसकी वजह यह है कि गिरोह के लोग नेपाल के बॉर्डर और दक्षिण भारत में बैठकर इस तरह की वारदात को अंजाम देते हैं। कई मामलों में पीछा करते हुए पुलिस की टीम ठगों के ठिकाने पर भी पहुंची, लेकिन वहां से खाली हाथ ही वापस आ गई।

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ठगी से बचने के लिए यह करें उपाय
जिस एटीएम में गार्ड या सीसीटीवी नहीं हो वहां से पैसा निकालने से बचा जाए।
अपना एटीएम किसी दूसरे को इस्तेमाल करने के लिए नहीं दे।
एटीएम कैबिन में कोई पहले से हो तो उसके बाहर निकलने पर ही पैसा निकाले।
एटीएम कार्ड का प्रयोग करते समय जहां कार्ड लगाया जाता है वहां हरी लाइट जलती हुई देखे। पैसा निकालने के बाद कैंसिल का बटन दबाकर स्क्रीन को सामान्य होने तक वहीं रूके।
मशीन में हरी लाइट नहीं जल रही है तो इसका मतलब है कि मशीन के साथ किसी ने छेड़छाड़ कर हैग किया है।


पहले करते हैं एटीएम हैक
गिरोह के लोग शिकार की तलाश में एटीएम के इलाके में ही घूमते रहते हैं। सुनसान स्थान के एटीएम को हैक कर देते हैं। एटीएम से पैसा निकालने के लिए आने वाले व्यक्ति का मदद करने के बहाने पासवर्ड पता करने के साथ एटीएम कार्ड भी बदल देते हैं। इसी तरह दो दिसंबर को घोराणा की ढाणी गणेश विहार निवासी विवेक का एटीएम कार्ड सीकर में बदल दिया। बाद में 40 हजार रुपए निकाल लिए और 47 हजार रुपए ट्रांसफर कर लिए। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू की तो आरोपियों के हरियाणा की तरफ जाने की जानकारी मिली। दोनों आरोपियों को हरियाणा पुलिस ने मोबाइल खरीदने के दौरान पकड़ लिया। वहां से सीकर पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर सीकर लाई है।

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