scriptRBSE Arts Result : दोस्ती ऐसी कि हर क्लास में आते एक जैसे नंबर, 12 वीं में भी दोनों के 98.40 %, तीन विषय में 100 में से 100 | sikar's two girl student get 98.40 percentage in RBSE arts result 2019 | Patrika News
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RBSE Arts Result : दोस्ती ऐसी कि हर क्लास में आते एक जैसे नंबर, 12 वीं में भी दोनों के 98.40 %, तीन विषय में 100 में से 100

Rajasthan Board Result 2019 : सीकर के प्रिंस स्कूल की दो छात्राओं ने 98.40 फीसदी अंक हासिल किए है। छात्रा सावित्री कंवर ने 98.40 फीसदी अंक प्राप्त किए है तो वहीं छात्रा रजनी सिद्व ने भी 98.40 फीसदी अंक हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है।

सीकरMay 22, 2019 / 04:34 pm

Vinod Chauhan

Rajasthan Board Result 2019 : सीकर के प्रिंस स्कूल की दो छात्राओं ने 98.40 फीसदी अंक हासिल किए है। छात्रा सावित्री कंवर ने 98.40 फीसदी अंक प्राप्त किए है तो वहीं छात्रा रजनी सिद्व ने भी 98.40 फीसदी अंक हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है।

RBSE Arts Result : हमेशा साथ रहती और एक साथ ही पढ़ाई करती, दोनों बेटियों के बने 98.40 फीसदी, तीन विषय में 100 में से 100

सीकर।

मेरी जिदंगी संवारी…यारा तेरी यारी को मैंने तो खुदा माना। यह कहानी है इन गीतों को गुनगुनाते हुए राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ( Rajasthan board 12th Arts Result 2019 ) की ओर से घोषित कक्षा बारहवीं कला वर्ग के परिणाम में 98.40 फीसदी अंक हासिल करने वाली Sikar की दो बेटियों की। छात्रा सावित्री कंवर व रजनी सिद्ध ने 98.40 फीसदी अंक हासिल कर रेकार्ड बनाया है। खास बात है कि दोनों बचपन से अच्छी दोस्त है और एक ही स्कूल में पढ़ती है व हर परीक्षा में नंबर भी एक जैसे ही अंक आते है। कक्षा दसवीं में भी दोनों बेटियों ने 94 फीसदी अंक हासिल किए थे। बेटियों का कहना है कि हमारा सपना अब एक साथ आइएएस बनना है। पालवास रोड स्थित प्रिंस स्कूल में पढ़ाई करने वाली छात्राओं ने सफलता का श्रेय स्कूल निदेशक व शिक्षकों को दिया है।

सहेलियों का ऐसा साथ: तीन विषयों में भी पूरे नंबर
बेटियों ने कई विषयों में 100 में से 100 अंक भी हासिल किए है। सावित्री कंवर ने भूगोल, अर्थशास्त्र व गणित में 100 में से 100 अंक हासिल किए है। जबकि उसकी सहेली रजनी ने भी इन तीनों विषयों में पूरे अंक हासिल किए है। सावित्री जहां अंग्रेजी में 97 तो हिन्दी में 95 नंबर लेकर आई है। वहीं उसकी सहेली रजनी ने हिन्दी में 95 तो अंग्रेजी में 97 अंक लेकर आई है।

जिद: बीमार…लेकिन नहीं मानी हार
सांवित्री कंवर ने बताया कि फरवरी महीने में रजनी बीमार हो गई थी। पहले हम दोनों बीमारी को लेकर काफी चिन्तित हुए, लेकिन तय कर लिया कि इससे पढ़ाई में रुकावट नहीं आते। सावित्री दिनभर रजनी की देखभाल करती। इसके बाद रात को दोनों आपस में बातचीत कर टॉपिकों को क्लियर करती।

जुनून: टॉपर बनने के लिए सालभर में तीन बार गए घर
दोनों सहेलियों ने पत्रिका से खास बातचीत में बताया कि कक्ष ादसवीं में ही कर लिया था कि अगली बोर्ड परीक्षा में चार से पांच फीसदी अंक लाने है। कक्षा ग्यारवीं से ही बेहतर तरीके से पढ़ाई शुरू कर दी। रजनी व सावित्री ने बताया कि पूरे साल में महज तीन बार मम्मी-पापा से मिलने घर गए। घर से पहली बार बाहर आने के कारण गांव की काफी याद आती थी, लेकिन सफलता का जुनून सवार था। ज्यादा ही याद आने पर हर सात दिन बाद फोन पर घर बातचीत कर लेते थे।

सीकर का यह रहा परिणाम
परिणाम में इस बार सीकर जिला पूरे प्रदेश में 89.94 फीसदी के साथ 9वें स्थान पर रहा है। इस बार भी बेटियों ने बाजी मारी है। बेटियों का परिणाम सीकर जिले में 92.38 फीसदी तो बेटों का 86.56 फीसदी रहा है। गौरतलब है कि गत वर्ष सीकर जिला का परिणाम 91.65 फीसदी रहा था

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