जानकारी के अनुसार सीकर जिले के नीमकाथाना इलाके के गांव चीपलाट के समीप ढाणी लादिया मोड पर हादसा हुआ हे। रात को तेज बारिश हो रही थी। करीब तीन बजे मकान अचानक गिर गया। उसमें तीन महिलाएं सो रही थी। छत की पट्टी निचे गिरती देख दो महिलाएं जान बचा कर कमरे से बाहर निकल आई, मगर तीसरी महिला निशा देवी को वो निकाल नहीं सकी।
रात को निकाला शव
मकान गिरने से अचानक तेज आवाज आई, जिससे आस-पास के घरों में भी लोगों की नींद टूट गई। वहीं मकान से जान बचाकर निकली दोनों महिलाओं ने भी लोगों को हादसे की जानकारी दी। आस-पास के लोग मौके पर आए तब निशा मलबे में दबी हुई थी। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। ग्रामीणों व पुलिस ने रात को रेस्क्यू ऑपरेशन करके निशा को मलबे से बाहर निकाल लिया, मगर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
चार दिन पहले ही आई थी पीहर
निशा का ससुराल गांव भगेगा में है। वह चार दिन पहले अपने ससुराल ढापाी लादिया मोड आई थी। बेटी की पीहर में हादसे में मौत ने सबको रूला दिया।
मवेशी भी दबे होने की आशंका
मकान भरभराकर अचानक ढह गया था। मकान की पट्टियों व मलबे के नीचे दबने से निशा की मौत हो गई और उसका शव भी बाहर निकाल लिया गया, मगर परिजनों को कहना है कि अभी मलबे में कई मवेशियों के भी दबे होने की आशंका है। उधर, समाज सेवी रतन लादिया, दीपावास सरपंच सुभाष मीणा, चीपलाट सरपंच बीरबल गुर्जर आदि ने पीडि़त परिवार को आर्थिक सहायता दिलवाने की बात कही।
इधर, आठ साल आया रायपुर नदी में पानी
सीकर के नीमकाथाना में देर रात से सुबह तक हुई बारिश कस्बे के लिए आफत और एक राहत की खबर लाई है। जहां पानी आने के सूचना के बाद से नदी देखने वालों का हुजूम लगातार उमड़ रहा है। बता दें कि यहां रात तीन बजे बारिश का दौर शुरू हुआ था, जो आज सुबह करीब सात बजे तक जारी रहा। लगातार हुई बारिश से कस्बे के इलाके तो पानी से लबालब हो ही गए, साथ ही आठ साल से सूखी रायपुर नदी की प्यास भी आज बुझती दिखी। इससे पहले नदी में पानी का ऐसा नजारा 2010 में देखने को मिला था।
सैंदाला भगवानपूरा बांध टूटा
इलाके में भारी बारिश के कारण नदी-नालों में पानी आ गया। बांध भी भरने लगे हैं। इस बीच सैंदाला भगवानपूरा बांध टूटने के समाचार हैं। बांध टूटने के कारण उसके आस-पास के निचले इलाकों में घरों के डूबने की आशंका मंडराने लगी है।