एक फसल में कीटनाशकों का 3 से 4 बार प्रयोग
सीकर जिले में रबी की बुवाई से लेकर कटाई तक फ सलों में औसतन 3 से 4 बार कीटनाशकों और यूरिया डीएपी का प्रयोग होता है। इस कारण खेतों में उपजने वाले अनाज और सब्जियों में कीटनाशकों का अवशेष बड़ी मात्रा में चला जाता है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के अनुसार कीटनाशकों के बढ़ते प्रयोग के कारण 2020 तक देश में कैंसर मरीजों की संख्या में करीब सवा 17 लाख रोगियों का इजाफा होने का अनुमान है।
जानिए किस तरह बढ़ रहा है खतरा
कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार 1950 में देश में जहां 2 हजार टन कीटनाशक की खपत थी वहीं अब बढकऱ 90 हजार टन हो गई है।
60 के दशक में जहां देश में 6.4 लाख हेक्टेयर में कीटनाशकों का छिडक़ाव होता था वहीं अब डेढ़ करोड़ हेक्टेयर में कीटनाशकों का छिडक़ाव हो रहा है।
केयर रेटिंग की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय खाद्य पदार्थों में कीटनाशकों का अवशेष 20 प्रतिशत तक है जबकि वैश्विक स्तर पर यह मात्र 2 प्रतिशत तक होता है।
भारत में केवल ऐसे 49 प्रतिशत ही खाद्य उत्पाद हैं जिनमें कीटनाशकों के अवशेष नहीं मिलते जबकि वैश्विक स्तर पर 80 प्रतिशत खाद्य पदार्थों में कीटनाशकों के अवशेष नहीं है।