scriptपहले ही एक बेटा खो चुकी इस बूढ़ी मां को पाकिस्तान ने दिया कभी न भूलने वाला दर्द | story of martyr ASI ramniwas yadav sikar in firing by Pakistan | Patrika News
सीकर

पहले ही एक बेटा खो चुकी इस बूढ़ी मां को पाकिस्तान ने दिया कभी न भूलने वाला दर्द

एक मां जो पहले ही एक बेटा खो चुकी है। उसका दर्द अभी कम भी नहीं हुआ था कि पाकिस्तान ने उस मां को फिर से कभी न भूलने वाला दर्द दे दिया।

सीकरJun 14, 2018 / 03:05 pm

Vinod Chauhan

story of martyr ASI ramniwas yadav sikar

पहले ही एक बेटा खो चुकी इस बूढ़ी मां को पाकिस्तान ने दिया कभी न भूलने वाला दर्द,

सीकर/नीमकाथाना.

एक मां जो पहले ही एक बेटा खो चुकी है। उसका दर्द अभी कम भी नहीं हुआ था कि पाकिस्तान ने उस मां को फिर से कभी न भूलने वाला दर्द दे दिया। देश की खातिर अपने प्राण न्यौछावर करने वाले एएसआई रामनिवास पाकिस्तान की ओर से की गई सीजफायर में शहीद हो गए। दो महीने पहले ही बेटा घर आया था। शहीद की सूचना मिलते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया। वीरांगना का रो-रोकर बूरा हाल है तो मां और पिता अचेत है।

 

यह भी पढ़ें

सीकर: भारत माता की जय उद्घोष के साथ पंचतत्व में विलीन हुए शहीद रामनिवास यादव, तिरंगे में लिपटा शव देख रो पड़ा पूरा गांव


पंचतत्व में विलीन हुआ पार्थिव देह
शहीद रामनिवास यादव के पार्थिव देह को पूरे राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन किया गया। गांव का पहला शहीद होने पर उनकी अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा। शहीद को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। बीएसएफ की एक टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। शहीद रामनिवास को उसके बेटे संदीप यादव ने मुखाग्नि दी। पूरा गांव भारत माता की जय, रामनिवास अमर रहे के उद्घोष से गूंज उठा।

 

यह भी पढ़ें

जम्मू में पाक की नापाक हरकत, गोलीबारी में राजस्थान के तीन जवान शहीद

 

बेटा भी जुटा देश की सेवा में
शहीद रामनिवास यादव का बेटा संदीप यादव भी एनडीआरएफ में रहकर देश की सेवा कर रहा है। उसकी पेास्टिंग भटिंडा है। वहीं, एमए कर रही बेटी सुमन भी खुद में देश की सेवा का जज्बा पाले हुए है।

एक बेटा पहले ही खो चुके पिता
पांच भाइयों में तीसरे नंबर के रामनिवास यादव थे। उनके पिता सेडाराम एक बेटा पहले ही खो चुके है। वहीं तीन बेटे गांव में ही खेती का काम करते है।

साथियों को बचाने में लगा अपनी जान की बाजी
शहीद कि बटालियन के आसुदोश प सुरेंद्र कुमार ने बताया कि मंगलवार रात करीब दस बजे पाकिस्तान की ओर से शुरू हुई फायरिंग में उनकी बटालियन के घायल हुए दो जवानों की मदद करने जाते समय इनकी टोली पर पाकिस्तान की 60 एमएम तोप का गोल गिरने से रामनिवास शहीद हो गए।

Home / Sikar / पहले ही एक बेटा खो चुकी इस बूढ़ी मां को पाकिस्तान ने दिया कभी न भूलने वाला दर्द

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो