दांतारामगढ़ क्षेत्र के पुनियाणा गांव का यह मामला वर्ष 2009 में जनवरी माह का है। गांव का निवासी नोलाराम 23 जनवरी की शाम करीब छह बजे दस मिनट में वापस आने की बात कहकर घर से निकला था। दो दिन तक वापस नहीं आने पर 25 जनवरी को उसके भाई सांवरमल ने दांतारामगढ़ थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाई।
4 बच्चों का ये पिता रात डेढ़ बजे बना हैवान, रातभर करता रहा उसका रेप, तबीयत बिगड़ी मामले में जांच के दौरान पुलिस ने प्रहलाद को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की तो उसने नोलाराम की हत्या के बाद शव को महावीर के सामेर गांव स्थित खेत में गाडऩे की बात बताई। इस पर पुलिस ने महावीर को भी गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर खेत में गड़ा शव बरामद किया। शव के गले पर मफलर बंधा हुआ था। इस पर पुलिस ने बाद में नोलाराम की पत्नी रूपा देवी, भंवरलाल और दातार सिंह को भी गिरफ्तार कर न्यायालय में चालान पेश किया। जमानत मिलने पर भंवरलाल मफरूर हो गया। न्यायालय ने प्रहलाद व महावीर को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। राज्य सरकार की होर से अपर लोक अभियोजक रामावतार शर्मा ने पैरवी की।