डीएमएफ मद से जिले में कुल 145 पीडीएस भवनों के निर्माण में लापरवाही सामने आई है।निर्माण के लिए राशि का आवंटन होने के बावजूद 13 ग्राम पंचायतों में कार्य शुरू नहीं हो पाया है। कलेक्टर ने इसे गंभीरता से लिया है। संबंधित ग्राम पंचायतों के सचिव व रोजगार सहायकों पर कार्रवाई का निर्देश जारी करने के बाद अब सरपंचों पर चाबुक चलाए जाने की तैयारी है।
कलेक्टर के निर्देश पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने कार्रवाई को लेकर कवायद शुरू कर दी है। कार्यालय सूत्रों की माने तो जल्द ही कार्य शुरू नहीं हुआ तो अगले सप्ताह तक कई सरपंचों पर कार्रवाई कर दी जाएगी। अधिकारियों के मुताबिक तीनों विकासखंडों की कुल 13 ग्राम पंचायतों में पीडीएस भवनों का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया है।
बैढऩ में ज्यादा लापरवाही सामने आई है। बैढऩ की आठ ग्राम पंचायतों में भवन का कार्य अधर में है। जबकि देवसर में तीन व चितरंगी में दो ग्राम पंचायतों में पीडीएस भवन का निर्माण अधर में है। पीडीएस भवनों का निर्माण नहीं शुरू हो पाना पंचायत सचिवों की लापरवाही का नतीजा माना गया है।
कलेक्टर ने सभी 13 ग्राम पंचायतों के सचिवों व रोजगार सहायकों का दो-दो सप्ताह का वेतन काटने का निर्देश दिया है। निर्देश के मुताबिक अगले महीने के वेतन में कटौती कर ली जाएगी। हालांकि सचिव व रोजगार सहायक कार्रवाई से बचने के लिए जोर आजमाइश में जुट गए हैं।