फ्लाईऐश डैम के अलावा ओबी से भी तबाही का सिलसिला जारी है। ओबी के पहाड़ चाहे रिलायंस सासन पॉवर का हो या फिर एनसीएल का। वहां भी अभी सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए जा सके हैं। नतीजा एक ओर से ओबी के पहाड़ों से मिट्टी बहकर किसानों के खेतों तक पहुंच रही है। वहीं बस्तियों में घरों तक मलबा पहुंचने का भय सता रहा है।
फ्लाइऐश डैम व ओबी के पहाड़ों से होने वाली समस्या को दूर करने के लिए जिला प्रशासन ने कंपनियों को निर्देशित किया है कि वहां सुरक्षा व्यवस्था बनाएं। फिलहाल अभी तक कंपनियों की ओर से ऐसा कुछ नहीं किया जा सका है, जिससे किसानों व रहवासियों को राहत मिल सके। आलम यह है कि अभी भी उनकी समस्या बरकरार है।
किसानों को कहना है कि एक ओर जहां कंपनियों की ओर से समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर से एक महीना पहले हुए उनके नुकसान की भरपाई भी नहीं की गई है। पूर्व में किसानों की मांग पर जिला प्रशासन ने नुकसान का सर्वे तो कराया, लेकिन अभी सारी कवायद केवल सर्वे तक सीमित है। यह हाल तब है जबकि प्रशासन ने किसानों का नुकसान स्वीकार किया है।