सरई थाना क्षेत्र के दुधमनियां निवासी रामानंद प्रजापति पिता जगधारी प्रजापति जमीनी विवाद की शिकायत सरई थाने में किया था। शिकायत पर पुलिस ने सुनवाई नहीं किया। इधर, राजस्व अमला उसे तारीख दे रहा था। जिससे पीडि़त बार-बार थाने का चक्कर लगाता रहा। १६ जुलाई को पीडि़त एक बार फिर पुलिस से गुहार लगाने थाने में पहुंचा था। जहां उसे फटकार मिला और कोई सुनवाई नहीं हुई तो मजबूर होकर उसने पुलिस की मौजूदगी में खुद को आग के हवाले कर दिया।
थाना परिसर में मामला काफी गरमा गया था। इस दौरान परिजनों ने घंटो तक बवाल काटा है। परिजनों का हंगामा देख आसपास के लोगों की भारी संख्या में भीड़ जुट गई। जिसे देखकर पुलिस के जहां होश उड़ गए। वहीं भीड़ को काबू करने के प्रयास में पुलिस मशक्कत करती रही। हालांकि मौके पर डिप्टी कलेक्टर संपदा सर्राफ व एसडीओपी मामले को शांत कराने में परिजनों को समझाइश दे रहे थे लेकिन परिजन कुछ भी मानने को तैयार नहीं हुए। दोपहर बाद से शुरू हुआ हंगामा शाम तक चला उसके बाद अधिकारियों के आश्वासन पर परिजन माने और शव अंतिम संस्कार किया।
जानकारी के लिए बताते चलेंकि मंगलवार जनसुनवाई में कलेक्टर के पास जमीन संबंधी कई ऐसे मामले सामने आते हैं जिसमें पीडि़त पक्ष को न्याय नहीं मिल पाता है। इस दौरान अनसुलझे मामले को सुलझाने व पीडि़त को न्याय दिलाने के लिए कलेक्टर भी राजस्व विभाग को सख्त निर्देशित करते हैं। इसके बाद संबंधित विभाग की ओर से मामले को दरकिनार कर दिया जाता है। यही वजह है कि ज्यादातर शिकायतें जमीन विवाद संबंधित पहुंच रहे हैं।
मामले को बढ़ते देख पुलिस अधिकारियों ने मुख्यालय से भारी संख्या में पुलिस बल रवाना कर दिया था। पूरा दिन सरई बाजार पुलिस छावनी तब्दील रहा। पुलिस अधिकारियों को भय बना रहा कि कहीं जनता का उग्र रूप ना हो जाए। इससे पुलिस की धडक़ने बढ़ गई थी। जिसकेमद्देनजर सरई बाजार में हाइ अलर्ट जारी किया कर दिया गया था। वहीं परिजनों को समझाने बुझाने में प्रशासन व जनप्रतिनिधि जुटे थे।
परिजनों को सांत्वना देने मौके पर देवसर विधायक सुभाष वर्मा पहुंचे थे। विधायक ने परिजनों पीड़ा सुनते हुए प्रशासन से जमीन दिलाए जाने की मांग किया है। वहीं रोते-बिलखते परिजनों को ढाढस बंधाने विधायक मौजूद रहे। परिजनों के दु:ख की घड़ी में देवसर विधायक पूरा दिन उनके साथ होकर पीडि़त परिवार के हक दिलाए जाने की मांग प्रशासन से किया है।
जगधारी प्रजापति, मृतक का पिता