कम्युनिटी पुलिसिंग से समाज में डर, भय समाप्त कर सामुदायिक भागीदारी जरुरी है। जिसमें ग्राम व नगर रक्षा समिति के सदस्यों की भूमिका महत्वूपर्ण है। कुछ ऐसे ही शब्दों को समितियों के सदस्यों को प्रेरित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि किसी घटना के घटित होने से उसकी सूचना पुलिस व प्रशासन को दें। जिससे सामाजिक व आर्थिक क्षति को रोका जा सके।
कलेक्टर ने कहा कि ग्राम एवं नगर रक्षा समिति के सदस्यों और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के बीच संबंधो कों और मजबूत बनाने की जरुरत है। जिससे हमारी सामाजिक मौजूदगी की लाभ सभी को मिलेगा। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में सबसे पहले बतौर मुख्य अतिथि कलेक्टर राजीव रंजन मीना व अध्यक्षता कर रहे एसपी बीरेंद्र कुमार सिंह का एएसपी अनिल सोनकर व सीएसपी देवेश पाठक ने स्वागत किया।
समारोह को एएसपी अनिल सोनकर, सीएसपी विंध्यनगर देवेश पाठक, एसडीओपी आशुतोष द्विवेदी, डीएसपी चंद्रेशखर पाण्डेय, टीआई बरगवां नागेंद्र प्रताप सिंह, रक्षित निरीक्षक आशीष तिवारी व जयशंकर पाठक गोरबी ने भी रक्षा समिति के सदस्यों को कत्र्तव्य एवं अधिकार के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
इस मौके पर माड़ा थाना प्रभारी रावेंद्र द्विवेदी, लंघाडोल थाना प्रभारी उदयचंद करिहार, सासन चौकी प्रभारी भीपेंद्र पाठक, गोभा चौकी प्रभारी नीरज सिंह, कुंदवार चौकी प्रभारी महेंद्र सिंह, मनोज सिंह, एएसआई श्याम बिहारी द्विवेदी, पुरूषोत्तम पाठक सहित ग्राम व नगर रक्षा समिति के सदस्यगण मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रधान आरक्षक सुरेंद्र देव पाण्डेय द्वारा किया गया।
पुलिस की कमी अपराधों के नियंत्रण में बाधक
ग्राम व नगर रक्षा समिति के वार्षिक प्रशिक्षण वर्ग एवं मिलन समारोह की अध्यक्षता कर रहे पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस की कमी अपराधों के नियंत्रण में बाधक बनी हुई है। जिले में अवांछित गतिविधियों को नगर व ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों की मदद से रोकी जा सकती है। जिसमें अवैध शराब बिक्री, गांजा या अन्य अपराधिक गतिविधियों की सूचना प्रदान कर सकते हैं। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पुलिस व जनता के बीच खाई में रक्षा समिति के सदस्य सेतु का कार्य करें।
ग्राम व नगर रक्षा समिति के वार्षिक प्रशिक्षण वर्ग एवं मिलन समारोह की अध्यक्षता कर रहे पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस की कमी अपराधों के नियंत्रण में बाधक बनी हुई है। जिले में अवांछित गतिविधियों को नगर व ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों की मदद से रोकी जा सकती है। जिसमें अवैध शराब बिक्री, गांजा या अन्य अपराधिक गतिविधियों की सूचना प्रदान कर सकते हैं। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पुलिस व जनता के बीच खाई में रक्षा समिति के सदस्य सेतु का कार्य करें।