स्थानीय युवाओं को रोजगार मिल सके। इस उद्देश्य को लेकर कलेक्टर केवीएस चौधरी ने जिले के प्रभारी मंत्री प्रदीप जायसवाल व पंचायत मंत्री कमलेश्वर पटेल से विमर्श के बाद सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक समझौते के तहत आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत कराई। समझौते के तहत कंपनी ने वादा किया है कि वह सभी प्रशिक्षित युवाओं को सुरक्षा गार्ड व सुरक्षा सुपरवाइज का प्रशिक्षण की नौकरी देंगे।
युवाओं को सुरक्षा गार्ड व सुपरवाइजर का आवासीय प्रशिक्षण मिल सके। इसके लिए कलेक्टर ने डीएमएफ मद से एक करोड़ की राशि स्वीकृत की है। अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के युवाओं को नि:शुल्क प्रशिक्षण दिए जाने का प्रावधान रखा गया। शर्त यह है कि एक वर्ष में न्यूनतम एक हजार युवाओं को प्रशिक्षण देने के साथ ही रोजगार मुहैया कराया जाए। कलेक्टर की योजना सफल साबित हुई। प्रशिक्षण पूरी करने वाले युवाओं को स्थानीय कंपनियों के अलावा विभिन्न जिलों को रोजगार दिया जा रहा है। जिला प्रबंधक स्किल कमल श्रीवास्तव के मुताबिक अभी तक सभी प्रशिक्षित युवाओं को नियुक्ति दी गई है।
अब तक 306 युवाओं को मिल चुका प्रशिक्षण
योजना के तहत तीन महीने में 244 युवाओं को प्रशिक्षित करने के बाद सुरक्षा गार्ड व सुरक्षा सुपरवाइजर के रूप में नियुक्ति दी जा चुकी है। वर्तमान में 60 युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इस महीने इन सब को भी नियुक्ति मिल जाएगी। इस तरह से चार महीने में योजना के तहत रोजगार पाने वाले युवाओं की संख्या 306 हो जाएगी। लक्ष्य एक हजार युवाओं को रोजगार देने का है।
योजना के तहत तीन महीने में 244 युवाओं को प्रशिक्षित करने के बाद सुरक्षा गार्ड व सुरक्षा सुपरवाइजर के रूप में नियुक्ति दी जा चुकी है। वर्तमान में 60 युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इस महीने इन सब को भी नियुक्ति मिल जाएगी। इस तरह से चार महीने में योजना के तहत रोजगार पाने वाले युवाओं की संख्या 306 हो जाएगी। लक्ष्य एक हजार युवाओं को रोजगार देने का है।
स्थानीय कंपनियों में भी मिल रही नियुक्ति
प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं को एस्सार, रिलायंस व जेपी निगरी सहित अन्य स्थानीय कंपनियों के अलावा दूसरे राज्यों में भी युवाओं की इच्छानुसार नियुक्ति की जा रही है। डीपीएम एनआरएम अंजुला झा के मुताबिक सुरक्षा गार्ड को 8 से 12 हजार रुपए और सुरक्षा सुपरवाइजर को 12 से 15 हजार रुपए प्रतिमाह के वेतन पर नियुक्ति मिली है।
प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं को एस्सार, रिलायंस व जेपी निगरी सहित अन्य स्थानीय कंपनियों के अलावा दूसरे राज्यों में भी युवाओं की इच्छानुसार नियुक्ति की जा रही है। डीपीएम एनआरएम अंजुला झा के मुताबिक सुरक्षा गार्ड को 8 से 12 हजार रुपए और सुरक्षा सुपरवाइजर को 12 से 15 हजार रुपए प्रतिमाह के वेतन पर नियुक्ति मिली है।