बताया गया कि चुनार से वाराणसी के बीच सफर में इस रेल का तय समय से कई घंटे अधिक खप रहा है। इन स्टेशनों के बीच ये गाड़ी 8-10 घंटे ले रही है जो तय समय से बहुत अधिक है। इसलिए हर फेरे में घंटों देरी से गंतव्य पर पहुंच रही है। इस कारण ही इसे रद्द करना पड़ा है।चुनार जंक्शन के स्टेशन अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया कि शुक्रवार को वापसी में ये गाड़ी दोपहर चार बजे की जगह रात को एक बजे वहां पहुंची। ऐसा हर दिन हो रहा है। इतनी अधिक देरी के कारण ही शनिवार को यह गाड़ी सिंगरौली से रद्द हो गई।
रेलवे बोर्ड से मिले निर्देश के बाद पूर्ववत समय सारिणी के अनुसार दोबारा शुरू की गई यह गाड़ी सिंगरौली स्टेशन से सुबह पौने छह बजे वाराणसी के लिए रवाना होती है। वापसी में इसका समय वहां से दोपहर दो बजे रवाना होकर रात लगभग नौ बजे सिंगरौली पहुंचना तय है। इसका सिंगरौली से वाराणसी के बीच चोपन, चुनार, सोनभद्र व एक-दो अन्य स्टेशन पर ठहराव होता है। समय सारिणी के अनुसार ये गाड़ी सिंगरौली-वाराणसी के बीच 210 किलोमीटर का सफर लगभग सात घंटे में तय करती है।
रेलवे बोर्ड का दिलाएंगे ध्यान
सिंगरौली-वाराणसी बंद इंटरसिटी शुरु होना सुखद समाचार है पर इसके घंटों देरी से चलने व इसलिए बार-बार रद्द होने से यात्रियों को परेशानी हो रही है। इस समस्या पर जल्द रेलवे बोर्ड अधिकारियों का ध्यान दिलाएंगे।
– एसके गौतम, सदस्य, क्षेत्रीय रेल उपभोक्ता परामर्शदात्री समिति।